1. Home
  2. ख़बरें

नई पीढ़ी को खेती की ओर आकर्षित करने व किसानों का मुनाफा बढ़ाने पर जोर: तोमर

केंद्रीय कृषि मंत्री ने श्री राम कालेज आफ कामर्स में मार्केटिंग समिट को संबोधित किया और कहा कि विद्यार्थी समग्र कृषि को समझने के लिए पूसा सहित देश के अन्य संस्थानों का दौरा करें.

KJ Staff
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज यहां देश के प्रतिष्ठित श्री राम कालेज आफ कामर्स की दि मार्केटिंग सोसायटी द्वारा आयोजित मार्केटिंग समिट (Marketing Summit) को संबोधित किया. इसमें तोमर ने कहा कि भारत सरकार का जोर नई पीढ़ी को खेती की ओर आकर्षित करने और किसानों का मुनाफा बढ़ाने पर है. उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे समग्र कृषि को व्यवहारिक रूप से समझने के लिए पूसा संस्थान, नई दिल्ली सहित देश के प्रमुख संस्थानों का दौरा करें.

केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि भारत की दो प्रधानता हैं- कृषि और धर्म. धर्म का आशय यहां पूजा पद्धति से नहीं, बल्कि जिम्मेदारी ही धर्म है. प्रकृति में प्रत्येक जीव का धर्म होता ही है. विद्यार्थियों-शिक्षकों का भी एक-दूसरे के प्रति धर्म होता है. माता-पिता, परिवार, मित्र, स्कूल-कालेज, प्रदेश-देश के प्रति जिम्मेदारी के भाव का धर्म धारण कर जीवन जीने से उसकी सार्थकता सिद्ध होती है, अन्यथा परिणाम नहीं मिलता. किसी भी विद्यार्थी की ग्राह्यता बहुत अच्छी होने पर व्यवहार में उसे सफलता मिलती ही है. इस प्रधानता को स्वीकार करके आगे बढ़ने पर सद्परिणाम आते ही हैं. हमारे वीर शहीदों ने अपना धर्म निभाया, इसी तरह सेना अत्यंत कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा का धर्म जज्बे से निभाती है. इसी प्रकार, कृषि हमारी प्रधानता है, जिसकी बहुत महत्ता है. यदि आपके पास पैसा है और खाने के लिए उत्पादों की कमी है तो कैसे काम चलेगा, इसलिए हमारे किसान भाई-बहन अभिनंदनीय हैं, जो अपनी आजीविका तो कमा ही रहे हैं, पूरे देश के प्रति खाद्यान्न की उपलब्धता के साथ अपना धर्म निभा रहे हैं.

भारत की दो प्रधानता: कृषि और धर्म
भारत की दो प्रधानता: कृषि और धर्म

तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र, अन्यों के मुकाबले लंबे समय तक उपेक्षित रहा, लेकिन यह रीढ़ की तरह है, जिसके साथ हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था के ताने-बाने को मुगल व अंग्रेज भी नहीं तोड़ सके. कोविड सहित पहले भी प्रतिकूल परिस्थितियों में कृषि क्षेत्र ने देश में अपनी सार्थकता सिद्ध की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में भारतीय कृषि की अहमियत और भी बढ़ गई है, भारत अब मांगने वाला देश नहीं है, बल्कि देने वाला देश बन गया है, दुनिया के अनेक देशों की हमसे अपेक्षाएं बढ़ गई हैं, उनके लिए भी हमें अपनी कृषि को और अच्छा करने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री मोदी किसानों सहित कृषि क्षेत्र को हमेशा प्रोत्साहन देते हैं और इसे बेहतर करने पर उनका पूरा जोर है, इसलिए एक के बाद एक अनेक ठोस योजनाएं भी बनाकर क्रियान्वित की जा रही हैं. सरकार ने कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए टेक्नालाजी का उपयोग भी सुनिश्चित किया है.

ये भी पढ़ें: कृषि क्षेत्र की गतिविधियों को सैटेलाइट के माध्यम से मॉनीटर करने के लिए कृषि मैपर एप लांच

करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत छह-छह हजार रुपये वार्षिक उनके बैंक खातों में पूरी पारदर्शिता के साथ जमा कराए जा रहे हैं, इस रूप में अभी तक ढाई लाख करोड़ रुपए जमा कराए जा चुके हैं, जो पूरे के पूरे किसानों को मिले हैं. कार्यक्रम में कालेज की प्राचार्य प्रो. सिमरत कौर ने तोमर को स्मृति चिन्ह भेंट किया. सूर्यप्रकाश व श्री राम मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष जय अंबानी, सचिव तनिष्क ने तोमर का स्वागत किया.

English Summary: Emphasis on attracting the new generation towards farming and increasing the profits of farmers - Tomar Published on: 04 May 2023, 12:58 PM IST

Like this article?

Hey! I am KJ Staff. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News