मानसून 2021 कई लोगों के लिए खुशनुमा बन कर आया है, तो कई लोगों के लिए मुसीबत का कारण.. इन दिनों ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिस वजह से देश के कई राज्यों की नदियां भी पूरे उफान पर हैं. जिससे बाढ़ आने की संभावना काफी हद तक बढ़ गई है.
अगर बात करें, राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश व पूर्वी भारत की तो वहां 26 जुलाई से बारिश बढ़ने की पूरी संभावना हैं. दक्षिण भारत की बात करें तो अब वहां मानसून पहले से कमजोर होता दिख रहा है. जिससे अब महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश कम हो सकती है. तेलंगाना में भी बारिश में कमी आई है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
कम दबाव का क्षेत्र ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के आसपास के हिस्सों में यह पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा. मानसून की रेखा फिरोजपुर, रोहतक, अलीगढ़, चुर्क, रांची, बालासोर, तटीय ओडिशा के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है एक अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से केरल तट तक फैली हुई है. चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर मध्य पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू क्षेत्र पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों पर बना हुआ है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, केरल के अलग-अलग हिस्सों, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
कच्छ, राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, विदर्भ, मराठवाड़ा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है. हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, रायलसीमा, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश की संभावना है.
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