मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 11 September, 2019 12:07 PM IST

उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में गत कुछ दिनों से मौसम का रुख एक बार फिर से बदला – बदला नजर आ रहा है. हालांकि राज्य में मानसूनी सक्रियता की वजह से कई दिनों से जारी उमस और गर्मी से राहत भी मिली है. आज भी मौसम का रुख अमूमन कल के तरह ही रहने वाला है. सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए है और रुक - रुककर राज्य के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज की गई है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सप्ताह के अंत तक राज्य के मौसम का रुख ऐसा ही बना रहेगा. वहीं अगर बरेली की बात करें तो आने वाले दिनों में बारिश होने के आसार हैं, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी. निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सहित उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ एक-दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की भी संभावना है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के मुताबिक जानते है देश भर में बने मौसमी सिस्टम और मौसमी पूर्वानुमान के बारें में.

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भागों तथा उससे सटे दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के भागों पर एक निम्न दवाब का क्षेत्र बना हुआ है. मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से दक्षिणी हरियाणा, दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश होते हुए निम्न दवाब क्षेत्र का मध्य, दक्षिणी झारखंड तथा गंगीय पश्चिम बंगाल से गुजर रही है. सौराष्ट्र के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक अप-तटीय ट्रफ रेखा दक्षिणी गुजरात से तटीय कर्णाटक तक जा रही है. एक विंड शियर जोन 22 डिग्री उत्तरी उत्तरार्ध पर विकसित है. एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी असम के भागों पर विकसित है.

देश में पिछले 24 घंटों के दौरान दर्ज किया गया मौसम

पिछले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण व गोवा, पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा देखी गई. इसके अलावा केरल, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण पूर्व राजस्थान और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी रिकॉर्ड हुई है. ओडिशा, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और बाकी बचे पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली. इस दौरान, पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु और रायलसीमा के हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क बना रहा. देश के बाकी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई.

आगामी 24 घंटों का मौसमी पूर्वानुमान

अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी मध्य प्रदेश तथा उससे सटे दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ एक-दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की भी उम्मीद है. गुजरात, बाकी बचे मध्य प्रदेश, विदर्भ के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा ओडिशा के कुछ हिस्सों, बाकी बचे पूर्वोत्तर भारत, तटीय कर्नाटक, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में तथा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक के हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है. देश के बाकी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश के साथ जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क बने रहने के आसार हैं.

Read more:

English Summary: Weather forecast: Rain likely in 12 states including Uttar Pradesh, Rajasthan, Punjab and Haryana!
Published on: 11 September 2019, 12:15 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now