मौसम में हो रही फेरबदल ने लोगों को परेशान कर रखा है, क्योंकि दिन प्रतिदिन ठंड बढ़ रही है. जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में दिल्ली, एनसीआर समेत उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में 21-22 जनवरी से दो दिनों तक मध्यम से भारी बारिश की संभावना हैं.
इसके अलावा राजस्थान में भी दिन के समय तो लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिल रही है, लेकिन जैसे –जैसे शाम होने लगती है, तो ठंड अपना कहर बरपाना शुरू कर देती है. मौसम विभाग ने भी 21 जनवरी को राज्य के कई हिस्सों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. तो वहीं अगर बात करें, पहाड़ी इलाकों की तो कश्मीर में भी बर्फबारी हो सकती है, जिससे अगले कुछ दिनों में ठंड में बढ़ोतरी हो जाएगी. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक जानते हैं, आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
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केरल और आसपास के क्षेत्रों में निचले स्तरों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र.
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एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है.
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एक पश्चिमी विक्षोभ के आज रात से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करने की संभावना है.
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एक और पश्चिमी विक्षोभ के 21 जनवरी तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है.
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एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण 21 जनवरी तक उत्तर पश्चिम राजस्थान में बनने की उम्मीद है.
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
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पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश और छिटपुट हल्की बर्फबारी हुई है. दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और तटीय तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई.गोवा और तटीय कर्नाटक में हल्की बारिश हुई.
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पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश में कोल्ड डे की स्थिति रही.
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उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में घना से बहुत घना कोहरा छाया रहा.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
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अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में घना से बहुत घना कोहरा पड़ सकता है.
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गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और हल्की बर्फबारी हो सकती है.
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पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश संभव है.
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उत्तर पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है.