मानसून ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. मूसलाधार बारिश लगातार होने की वजह से गत दिन सपनों की नगरी माने जाने वाली मुंबई, मौसम की कहर के सामने लाचार हो गई. मुंबई के कई इलाकों में जल जमाव की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. गौरतलब है कि 30 जून यानी रविवार से लगातार हो रही वर्षा की वजह से रेल, हवाई सेवा एवं परिवहन पर व्यापक रूप में असर पड़ा है. खराब मौसम की वजह से कई ट्रेनों और उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. हालांकि बुधवार यानी आज से बारिश की रफ्तार में कमी आने के आसार है. मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार से मानसून का प्रभाव कुछ कम हो सकता है. हालांकि अभी भी कुछ इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना बनी हुई है. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने कहा है कि 3 से 5 जुलाई के बीच मुंबई में फिर बाढ़ आ सकती है. गत दिन राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने की वजह से राज्य के पूर्वी हिस्सों में बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक,मानसून की स्थिति सकारात्मक होने की वजह से आगामी कुछ दिनों में मानसून के राज्य के अन्य हिस्सों में बढ़ने की संभावना है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार जानते है देशभर में होने वाले अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की गतिविधियों के बारे में -
देश भर में बने मौसमी सिस्टम (Weather System in India)
उत्तरी पाकिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. इस मौसमी सिस्टम की वजह से मध्य पाकिस्तान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है. दक्षिणी गुजरात और इससे सटे उत्तरी कोंकण-गोवा पर एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना गया है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के दक्षिणी जिलों और इससे सटे मध्य प्रदेश की जगहों पर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं उत्तरी ओडिशा पर एक कम दबाव क्षेत्र बन गया है. हालांकि दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश से उत्तर प्रदेश और इससे सटे मध्य प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र तथा हल्का दबाव क्षेत्र से होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तरी इलाकों तक एक ट्रफ रेखा फैल गई है.
आने वाले 24 घंटों की मौसमी गतिविधियां (Upcoming 24 hours weather activities)
आने वाले 24 घंटों के दौरान विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और इससे सटे गुजरात में हल्की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. इसके साथ ही मुंबई समेत कोंकण-गोवा, मध्य और पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत में हल्की तथा एक - दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना हैं.