मौसम के मिजाज में आए अचानक से बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, मौसम के रुख में आए अचानक से बदलाव ने कई राज्यों के लोगों को ठंड का एहसास दिला दिया है. भोर में कोहरे की चादर के बाद धुंध में निकली धूप ने धान की कटाई में लगे किसानों को राहत तो दी, लेकिन थोड़ी देर बाद छाई बदली ने ठंड का एहसास बढ़ा दिया. दरअसल, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पूरे दिन बदली छाई रहने से धान की कटाई में लगे किसानों में चिंता पैदा कर दी.
वहीं, बिहार में पश्चिमी एवं उत्तर पश्चिमी हवा का प्रभाव जारी जारी है. इससे आने वाले 48 घंटों के दौरान मौसम शुष्क बना रहेगा. इसके अलावा, प्रदेश में दो-तीन दिनों बाद पूर्वी हवा का प्रवाह शुरू होगा, जिसके फलस्वरूप प्रदेश के अधिकांश इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ नमी में वृद्धि होगी. वहीं, मौसम विभाग ने तमिलनाडु के 13 जिलों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का संकेत देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, कुछ इलाकों में 11 नवंबर तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर बना हुआ डिप्रेशन पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. डिप्रेशन से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट के पास तक उत्तर-पूर्व अरब सागर तक फैली हुई है.
एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी तटीय तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर बना हुआ है. दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसके प्रभाव में कल नौ नवंबर तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की उम्मीद है. यह और अधिक शक्तिशाली होकर तमिलनाडु के और आगे बढ़ेगा.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. तटीय कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है. दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण खराब से बहुत खराब श्रेणी में रहेगा.