मौसम में हो रही फेरबदल ने लोगों की समस्याएँ बढ़ा दी है. जिसके चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है. वहीं, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में पारा में लगातार गिरावट दर्ज की जा सकती है. मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट होने का अलर्ट जारी किया है.
अगर फसलों की हिसाब से मौसम की बात करें, तो ठंड रबी की फसलों जैसे गेहूं और सरसों दोनों के लिए काफी अच्छी मानी जाती है और इसकी पैदावार भी अच्छी होती है, क्योंकि रबी की फसलों के लिए ठंड की जरूरत पड़ती है. अगर वायु प्रदूषण (Air Pollution) की बात करें, तो इसमें थोड़ा सुधार दर्ज किया गया है. तो आइए आपको निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, देशभर के राज्यों के मौसम का पूर्वानुमान बताते हैं.
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे क्षेत्र पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. संबद्ध परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है.
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा और दूसरा 24 दिसंबर के आसपास.
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की छिटपुट बारिश हुई.
पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा के कुछ इलाकों में भीषण शीत लहर की स्थिति बनी हुई है.
दिल्ली, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और पूर्वी मध्य प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी हुई है.
पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा और बिहार, मणिपुर, उत्तराखंड और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा छाया रहा.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
उत्तर पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना दिखाई नहीं दे रही.
पूर्वी और इससे सटे मध्य भारत के न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है.
पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण शीत लहर की स्थिति बन सकती है.
दिल्ली, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति संभव है.