नए साल से पहले मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. इस बदलते मौसम से कई फसलों को फायदा होगा, तो कई फसलों को नुकसान होगा, क्योंकि देश के ज्यादातर सभी राज्यों में ठंड ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. ऐसे में मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में बर्फ गिरने की वजह से लेह- लद्दाख जैसी जगहों पर तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.
हालांकि, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले कुछ दिनों में बढ़ती ठंड से लोगों को कुछ हद तक राहत मिलने की संभावना है. IMD के अनुसार, 5 जनवरी, 2022 तक भारत के ज्यादातर हिस्सों में शीतलहर नहीं चलेगी, लेकिन विभाग ने 27 दिसंबर तक देश के कुछ राज्यों में शीतलहर के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है. वहीं, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) अब सक्रिय है. इस वजह से इसका असर कुछ राज्यों के मौसम पर देखने को मिल सकता है.
विभाग का कहना है कि अगले एक सप्ताह के दौरान ओडिशा राज्य के अलावा देश के किसी दूसरे राज्य में शीतलहर की संभावना नहीं है. तो आइए आपको निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, देशभर के राज्यों के मौसम का पूर्वानुमान बताते हैं.
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
जम्मू-कश्मीर और उससे सटे इलाके में पश्चिमी विक्षोभ खत्म हो गया है.
एक के बाद एक दो और पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है. पहला 24 दिसंबर को और दूसरा 26 दिसंबर को होगा.
बांग्लादेश के दक्षिणी हिस्सों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय के कुछ हिस्सों में और उत्तरी पंजाब और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई.
गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर में हल्की बारिश और हिमपात हुआ.
उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई जिससे शीत लहर में कमी आई.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट हिमपात के साथ बारिश संभव है. उत्तराखंड और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में छिटपुट बारिश हो सकती है.
असम और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश संभव है. देश के उत्तर पश्चिमी मध्य और पूर्वी हिस्सों में न्यूनतम तापमान और बढ़ सकता है