दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है जो एक चिंका का विषय है. दिल्ली और एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) गंभीर हालत में रहा...प्रदूषण की वजह से हवा में धुंध छाया रहा जिसकी के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई. लेकिन राहत की बात ये है कि पराली जलाने के मामले थोड़े कम हुए हैं. हवाओं के बदले रुख की वजह से पराली का धुंआ मामूली कम हुआ है...इसके बावजूद राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की हेल्थ इमरजेंसी जारी रही है...क्योंकि अभी भी दिल्ली-एनसीआर में कई जगह प्रदूषण का स्तर गंभीर हालत में है...
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ने की बड़ी वजह
पराली जलाने के अलावा प्रदूषण में कमी नहीं आने की तीन वजह हो सकती है. सबसे बड़ी वजह हवा में नमी का होना है. पिछले कुछ दिनों में हवा में नमी बहुत तेजी से बढ़ी है जिसके कारण प्रदूषण हवा में टिका हुआ है...तापमान में कमी आना भी प्रदूषण बढ़ने की वजह हो सकता है....इस स्थिति में प्रदूषक तत्वों की एक परत हवा में बन जाती है. साथ ही केमिकल प्रोडक्शन बढ़ा है. इन सब की वजह से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदूषण के मामले में नोएडा की स्थिति सबसे खराब रही. यहां PM 2.5- 608 दर्ज किया गया है जबकि गुरुग्राम में PM 2.5- 560 दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण ने आज नए रिकॉर्ड बनाए. यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 700 के घातक स्तर पर पहुंच गया.
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कैसा रहा मौसम का हाल
पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश हुई.दक्षिणी केरल में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली. दक्षिणी तमिलनाडु और लक्षद्वीप में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई है.
अगले 24 घंटों के दौरान देश में कहां-कहां होगी बारिश
अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश कुछ जगह तेज बारिश की संभावना है. चेन्नई समेत तटीय तमिलनाडु में तेज वर्षा हो सकती है. आंतरिक तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है. वहीं अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में मध्यम से भारी वर्षा के आसार हैं.
कहां चलेंगी चक्रवाती हवाएं
हिंद महासागर में भूमध्य रेखा पर दक्षिणी श्रीलंका और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिणी अंडमान सागर पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है. तमिलनाडु के तटों पर काफी तेज हवाएं चलने के आसार बने हुए हैं यहां कुछ जगह 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.