दक्षिण भारत के ज्यादातर राज्यों में मानसूनी बारिश (Monsoon) का आगाज हो गया है. केरल और कर्नाटक होते हुए मानसून तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, गोवा और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पहुंच गया है. वहीं पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश पहुंचने में इसे थोड़ी देर हो सकती है. इस चिलचिलाती गर्मी के बीच राजधानी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में प्री- मानसून बारिश की संभावना है.
वहीं, आने वाले कुछ घंटों में केरल, कर्नाटक, कोंकण और पूर्वी राजस्थान और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक जानते हैं, आगमी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान (Weather Forecast)-
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश पर बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से मराठवाड़ा, तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए तमिलनाडु तक फैली हुई है. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोंकण और गोवा के निचले स्तरों पर है. एक ट्रफ रेखा महाराष्ट्र से केरल तक फैली हुई है. गुजरात तट के पास पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर सर्कुलेशन बना हुआ है. 11 जून के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, पूर्वी और दक्षिण मध्य प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
ओडिशा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंतरिक कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की तथा एक या दो मध्यम बारिश हो सकती है. पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है.