Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 29 August, 2022 9:53 AM IST
Weather Update for Agriculture

पूरे भारत में मानसून अपनी दस्तक दे चुका है, जिसके चलते कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, लेकिन अब इस पर जल्द ही फुल स्टॉप लगने वाला है, क्योंकि मानसून की विदाई का समय करीब आ रहा है.

मध्य भारत में मानसून का मिज़ाज (Monsoon Update)

मध्य भारत के अधिकांश जगहों पर बीते 3-4 दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है. वहीं कुछ घंटों पहले मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई है.

इसके अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात का मौसम भी शुष्क हो गया है. हालांकि, आजकल में छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश समेत तमाम हिस्सों में मॉनसून फिर से सक्रिय हो सकता है.

आज राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड के कई हिस्सों में दोबारा बारिश हो सकती है. इसके साथ ही 30 अगस्त के दौरान महाराष्ट्र और गुजरात के अधिकांश हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.

यूपी और बिहार का मौसम (UP and Bihar Weather Update)

मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और बिहार में इस साल ज़्यादा बारिश नहीं हुई है. बता दें कि पूर्वी यूपी में 45 फीसद और पश्चिमी यूपी में 43 फीसद बारिश दर्ज की गई है. वहीं बिहार में 42 फीसद ही बारिश दर्ज की गई है. 

मानसून के दौरान भी गंगा के मैदानी इलाके अधिक बारिश से वंचित रहे. ऐसे में कमजोर मानसून की वजह से उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों को बारिश ना होने के चलते अधिक परेशानी हुई है और उनकी फसलों पर प्रभाव पड़ा है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों की राज्यों में धान की फसलें सूखने और गिरने की स्थिति में हैं.

हालांकि, पिछले कुछ घंटों के दौरान इन दोनों राज्यों के कुछ हिस्सों में बारिश थोड़ी तेज हुई है, लेकिन ऐसा ज़्यादा दिन तक नहीं रहेगा, क्योंकि मानसून का मौसम अब अलविदा कहने वाला है और अभी एक हफ्ते भी अगर ढंग से बारिश होती है तब भी इन फसलों के लिए यह पर्याप्त नहीं है.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश और बिहार में सितंबर के पहले हफ्ते के दौरान कुछ जगहों पर हल्की बारिश होती रहेगी और इसी तरह यहां लंबे समय तक वर्षा जारी रहने की संभावना है.

English Summary: Monsoon slowed down, do not know what will happen to the farmers
Published on: 29 August 2022, 09:56 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now