किसानों के लिए वरदान बनी हाइब्रिड गाजर ‘हिसार रसीली’, कम समय में मिल रहा है अधिक मुनाफा, जानें खेती का तरीका और विशेषताएं कृषि ड्रोन खरीदने पर मिलेगा 3.65 लाख रुपए तक का अनुदान, ऐसे उठाएं राज्य सरकार की योजना का लाभ, जानें डिटेल खुशखबरी! LPG गैस सिलेंडर में हुई भारी कटौती, जानें कहां कितने रुपए हुआ सस्ता किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 13 May, 2025 4:16 PM IST
अगले 4 दिनों के दौरान इन राज्यों में झमाझम बारिश का अलर्ट (Pic Credit - Lokesh Nirwal / Krishi Jagran)

Monsoon Update: देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से करवट ले रहा है. भीषण गर्मी के बीच अब राहत की खबर सामने आ रही है. भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को जानकारी दी कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, अंडमान सागर के दक्षिण और उत्तर क्षेत्र, तथा निकोबार द्वीप समूह में दस्तक दे दी है. मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि मानसून की प्रगति तेज़ हो रही है और आने वाले चार दिनों में यह दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र और अंडमान-निकोबार के बाकी हिस्सों में भी पहुंच सकता है. मानसून की यह शुरुआती रफ्तार संकेत देती है कि इस बार देश में समय से पहले अच्छी बारिश हो सकती है.

मानसून की तेज रफ्तार में आगे बढ़ने के संकेत

भारतीय मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों के भीतर दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र के अधिकतर हिस्से, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के बाकी क्षेत्र और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई है. इससे यह संकेत मिलता है कि मानसून इस बार समय से पहले या समय पर पूरे देश में सक्रिय हो सकता है.

निकोबार में हो चुकी है भारी बारिश

IMD के अनुसार, पिछले दो दिनों के दौरान निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से लेकर भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. यह मानसून के आगमन का एक अहम संकेत माना जा रहा है. साथ ही मौसम विभाग का यह भी कहना है कि आने वाले दिनों में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों में और भी व्यापक बारिश देखने को मिल सकती है.

समुद्री क्षेत्रों में तेज हवाओं का असर

मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, निकोबार द्वीप और अंडमान सागर के ऊपर पछुआ हवाएं तेज़ हो गई हैं. समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर इन हवाओं की गति 20 समुद्री मील से अधिक मापी गई है. कुछ इलाकों में यह प्रभाव 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच चुका है, जो यह दर्शाता है कि मानसून तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.

क्या होता है ‘OLR’ और यह क्यों है ज़रूरी?

IMD के अनुसार, ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (OLR) का स्तर इस क्षेत्र में कम हो गया है. OLR दरअसल पृथ्वी से अंतरिक्ष में निकलने वाली लंबी तरंग दैर्ध्य की ऊर्जा का माप है, जो मुख्य रूप से इंफ्रारेड रेडिएशन के रूप में होता है. OLR का कम होना यह दर्शाता है कि क्षेत्र में बादल छाए हुए हैं और यह भी एक महत्वपूर्ण संकेत है कि मानसून सक्रिय हो चुका है.

इन राज्यों में होगी बारिश

IMD की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में देश के कई राज्यों में बारिश देखने को मिलेगी. आइए जानते हैं कहां-कहां बदलेगा मौसम का मिजाज:

  • छत्तीसगढ़: 13 से 15 मई के बीच आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना.
  • मध्य प्रदेश: 13 से 16 मई के बीच कई हिस्सों में हल्की बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं.
  • उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम: 14 से 15 मई के दौरान बारिश का पूर्वानुमान.
  • गंगा का मैदानी पश्चिम बंगाल: 14 मई को बारिश हो सकती है.
  • झारखंड: 15 और 16 मई को बारिश होने की संभावना.
  • केरल: 27 मई तक राज्य में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी.

किसानों के लिए बड़ी राहत

यह मानसून अपडेट विशेष रूप से किसानों के लिए राहत भरी खबर है, जो खरीफ फसलों की बुवाई के लिए मानसून पर निर्भर होते हैं. समय पर मानसून का आना न केवल खेती के लिए अच्छा संकेत है, बल्कि जल संकट झेल रहे क्षेत्रों में जलस्तर को सुधारने में भी मदद करेगा.

क्या कहता है मौजूदा ट्रेंड?

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बार मानसून सामान्य रह सकता है, हालांकि कुछ क्षेत्रीय बदलाव संभव हैं. लेकिन फिलहाल जो ट्रेंड दिख रहा है, वह यह संकेत दे रहा है कि मानसून तय समय से पहले देश में कदम रख सकता है.

English Summary: monsoon entry imd issued alert of heavy rain next 4 days read latest weather update
Published on: 13 May 2025, 04:28 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now