मई माह समाप्त होने में बस कुछ दिन ही रह गए हैं और मौसम ने भी करवट बदलना शुरू कर दिया है. गर्म हवाओं और कड़कती धूप ने लोगों को बेहाल कर रखा है.मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण - पश्चिम मॉनसून के लिए 1 जून को परिस्थितियां अनुकूल बताई जा रही हैं. उम्मीद है कि 1 जून को मॉनसून केरल पहुंच सकता है.क्योंकि दक्षिण पूर्व और पूर्वी केंद्रीय अरब सागर के ऊपर 31 मई के आस -पास कम दबाव बनने की उम्मीद है.अगर बात करें, पश्चिम-मध्य और दक्षिण पश्चिम कि तो अरब सागर के ऊपर साइक्लोन के प्रभाव के चलते पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव वाला क्षेत्र बन गया है. अगले 72 घंटों में संभावना जताई जा रही है कि ये उत्तर पश्चिम से दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट की ओर बढ़ सकता है
इसलिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है.जिस वजह से केरल सरकार ने अब अरब सागर में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है और जो मछुआरे पहले से ही समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गए है. उन्हें भी आज रात तक वापस आने के लिए संदेशा दे दिया गया है.ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार जानते हैं आने वाले 24 घंटों के दौरान मौसम का पूर्वानुमान-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
उत्तर भारत की तरफ एक पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है. यह सिस्टम इस समय उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के भागों पर है.एक ट्रफ पूर्वी उत्तर प्रदेश से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और असम होते हुए नागालैंड तक फैला हुआ है.तटीय कर्नाटक पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.इसके अलावा अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों पर बना चक्रवाती सिस्टम अब दक्षिण-पश्चिमी भागों पर पहुँच गया है.एक ट्रफ छत्तीसगढ़ से तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए आंतरिक तमिलनाडु तक बनी हुई है.एक अन्य चक्रवाती सिस्टम बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों पर दिखाई दे रहा है.
पिछले 24 घंटों में कैसा रहा मौसम
बीते 24 घंटों के दौरान राजस्थान समेत हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर पहुंची. इन भागों में ज़बरदस्त लू का प्रकोप देखने को मिला.दिल्ली और राजस्थान में सामान्य जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और गुजरात के भी कुछ हिस्सों में लू का प्रकोप जारी रहा.असम, मणिपुर, त्रिपुरा और मेघालय पर भारी से अति भारी बारिश हुई.शेष पूर्वोत्तर भारत, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार के पूर्वी भागों और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी कुछ स्थानों पर मध्यम से तेज़ बौछारें दर्ज की गईं.केरल, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हुई.जम्मू-कश्मीर, मुज़फ़्फ़राबाद, गिलगित-बाल्टिस्तान और उत्तराखंड में हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई.
आगामी 24 घंटों का मौसमी पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में बारिश की गतिविधियाँ कुछ हद तक कम हो जाएंगी. लेकिन मणिपुर मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश बढ़ेगी.पश्चिम बंगाल में बिहार के कई हिस्सों और झारखंड के पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ संभव हैं.उत्तर प्रदेश और ओडिशा में भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं.
उत्तर भारत:
एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी राज्यों में बारिश की गतिविधियों को बढ़ाएगा.उत्तरी पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी कुछ जगहों पर धूल भरी आंधी चलने या बादलों की गर्जना के साथ हल्की वर्षा होने के आसार हैं.हरियाणा, दिल्ली, दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी जारी रहेगी. लेकिन तापमान में मामूली कमी आने की उम्मीद है.
मध्य भारत:
राजस्थान, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, छत्तीसगढ़ और आंतरिक महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों पर लू का प्रकोपा जारी रहने की उम्मीद है.इन भागों में मौसम शुष्क ही रहेगा.
दक्षिण भारत:
केरल, दक्षिणी-आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में प्री-मॉनसून वर्षा जारी रहने की उम्मीद है.अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
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