GFBN Story: कैसे लखन यादव ने बांस और प्राकृतिक खेती से खड़ा किया 2 करोड़ का एग्रो-बिजनेस Solar Subsidy: किसानों को सोलर पंप पर 90% अनुदान देगी राज्य सरकार, मिलेगी बिजली और डीजल खर्च से राहत GFBN Story: रिटायरमेंट के बाद इंजीनियर शाह नवाज खान ने शुरू की नींबू की खेती, अब कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 9 April, 2025 4:05 PM IST
इस बार मानसून देगा उम्मीद से ज्यादा पानी, खरीफ की फसल को मिलेगी संजीवनी (सांकेतिक तस्वीर)

देश के किसानों और आम जनता के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है. इस साल मानसून सामान्य से बेहतर रहने वाला है. इस बार मानसून में झमाझम बारिश होगी, जिससे किसानों को फायदा मिलेगा और खेती को बढ़ावा मिलेगा. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, जून से सितंबर के बीच होने वाली बारिश औसत से करीब 3 प्रतिशत ज्यादा हो सकती है. आमतौर पर इस मौसम में 868.6 मिमी वर्षा होती है, लेकिन इस बार लगभग 895 मिमी बारिश होने का अनुमान है.

स्काइमेट के अनुसार, जून से सितंबर के बीच औसत से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो सकती है. यह देश के किसानों के लिए एक गुड न्यूज है.

स्काइमेट ने दिया सकारात्मक संकेत

स्काइमेट ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि इस समय प्रशांत महासागर में न्यूट्रल स्थिति है और ला-नीना कमजोर हो चुका है. साथ ही, अगले चार महीनों में अलनीनो के विकसित होने की संभावना नहीं है. यह संकेत मानसून के लिए बेहद सकारात्मक माने जा रहे हैं.

खेती के लिए अनुकूल समय

मानसून की अच्छी बारिश का सीधा असर खरीफ की फसलों की बुआई और रोपाई पर पड़ेगा. इसके साथ ही भूजल स्तर भी बढ़ेगा, जिससे साल भर पेयजल संकट नहीं होगा. स्काइमेट के अनुसार, देश के पश्चिमी और मध्य हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होगी. हालांकि, पूर्वोत्तर राज्यों, जम्मू-कश्मीर और पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश थोड़ी कम हो सकती है.

मानसून की दस्तक की राह देख रहा देश

हालांकि, मानसून भारतीय तट पर कब दस्तक देगा, इसका अभी स्पष्ट अंदाजा नहीं लगाया गया है. सामान्य तौर पर यह केरल के रास्ते 1 जून को भारत में प्रवेश करता है और फिर धीरे-धीरे पूरे देश में फैलता है.

मासिक बारिश का अनुमान

महीना

अनुमानित वर्षा

स्थिति

जून

165.3 मिमी

4% कम

जुलाई

280.5 मिमी

2% ज्यादा

अगस्त

254.9 मिमी

8% ज्यादा

सितंबर

167.9 मिमी

4% ज्यादा

खेती और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल

अगर बारिश का यह अनुमान सही साबित होता है, तो कृषि उत्पादन में इजाफा, ग्रामीण आय में बढ़ोतरी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की पूरी संभावना है. कृषि पर निर्भर करोड़ों किसानों के लिए यह खबर किसी वरदान से कम नहीं है.

English Summary: Monsoon Alert 2025 Good news for farmers monsoon will rain heavily Good rain will give a boost to agriculture
Published on: 09 April 2025, 04:09 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now