Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 3 May, 2019 1:52 PM IST

हमारे देश में तूफानों का नाम देने का चलन बहुत पुराना है. इतना ही नहीं तूफानों को नाम देने के चलन हमारे साथ- साथ दूसरे देशों ने भी अपनाया है. जैसे - पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और थाइलैंड में भी तूफानों का नाम देने का चलन शुरू किया गया. इन 8 देशों की ओर से जो सुझाए गए नामों के जो पहले अक्षर होते थे, उसके अनुसार उनका क्रम निर्धारित किया जाता था और उसके बाद उसी क्रम के अनुसार चक्रवातों (तूफ़ान) के नाम रखे जाते थे. इन 8 देशों ने वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन को इन तूफानों के नाम की लिस्ट दी है. जिसमें भारत ने बिजली, अग्नि, मेघ, सागर और आकाश जैसे नाम दिये है. तो वही पाकिस्तान ने बुलबुल, निलोफर और तितली जैसे नाम दिये. बता दे कि जो देश एक बार जिस नाम को दे देते है उस नाम को 10 साल तक दोबारा उपयोग में नहीं लिया जाता.अब आइए जानते है मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मौसम का हाल -

गत दिन भारत मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों (श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम) के लिए चक्रवात की चेतावनी दी थी. इतना ही नहीं आईएमडी द्वारा कल सुबह 5.30 बजे 'ऑरेंज अलर्ट' भी जारी किया और यह कहा गया कि अत्यंत गंभीर तूफान 'फैनी ' पुरी के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 400 किलोमीटर दूर है.

बंगाल की खाड़ी में ऑरेंज अलर्ट

अब तूफान (फैनी ) के शुक्रवार दोपहर तक ओडिशा के तट पर स्थित गोपालपुर और चांदबली के बीच से गुजरने की पूरी संभावना जताई जा रही है. इसका असर भी भयंकर रूप से जिले में देखने को मिलेगा. जिसमें 40 से 45 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवा चलने के आसार जताए जा रहे है. कल सुबह भी 9 बजे से शाम 5 बजे तक घने बादल छाए रहे. फिर 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक धूप की तपिश से तापमान बढ़ा दिखाई दिया. फिर दोपहर 3  बजे के बाद अधिकतम तापमान 42  डिग्री तक रहा. जिसमें दिन व रात के तापमान में डेढ़ डिग्री की गिरावट देखने को मिली. आगे मौसम विभाग के द्वारा कहा गया कि फैनी तूफान का असर 36 घंटे तक जिले में दिखेगा. फैनी के वजह से जिले के कई इलाकों में बिजली गरजने के साथ हल्की बारिश होगी. इसके साथ ही 40 से 45 किमी प्रति घंटे की तेजी से हवा चलेगी. जो कि हवा के साथ बढ़ भी सकती है.

झारखंड में हाई अलर्ट

चक्रवाती तूफान फैनी को लेकर रांची समेत कई इलाकों में तूफान आने की संभावना जताई जा रही है इसके साथ ही पूरे झारखंड में अलर्ट भी जारी हो गया है। तूफान के साथ -साथ रांची में भी आंधी के साथ बारिश आने की चेतावनी जारी की गई है. रांची समेत पूरे राज्य में स्कूलों को 3 और 4  मई को बंद करने का आदेश जारी किये गए है.

English Summary: Many states in Jharkhand, high alert in the 'Fannie' hurricane lobbying!
Published on: 03 May 2019, 01:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now