IMD Monsoon Forecast: अप्रैल की झुलसाती गर्मी के बीच किसानों के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि इस साल 2025 का दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से अधिक रहने वाला है. मौसम विभाग का कहना है कि जून से सितंबर के बीच देशभर में औसतन 105 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जो दीर्घकालिक औसत (Long Period Average - LPA) से अधिक है.
लगातार 10वें साल सामान्य या उससे ज्यादा मानसून
यदि मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान सटीक बैठा, तो यह लगातार 10वां वर्ष होगा जब देश में मानसून सामान्य या उससे ऊपर रहेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के मजबूत रहने की प्रमुख वजह उत्तरी गोलार्ध और यूरेशिया क्षेत्र में जनवरी से मार्च के दौरान कम बर्फबारी होना है. यह स्थिति मानसून के लिए अनुकूल मानी जाती है.
देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश
IMD के मुताबिक, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश सहित अधिकांश राज्यों में इस साल अच्छी बारिश होने की संभावना है. यह लगातार दूसरा साल होगा जब IMD ने सामान्य से अधिक मानसून का अनुमान जताया है.
मानसून पर नहीं दिखेगा एल नीनो का असर
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल एल नीनो और हिंद महासागर डाइपोल (IOD) जैसी जलवायु घटनाएं न्यूट्रल स्थिति में हैं. यह परिस्थिति मानसून के लिए सकारात्मक संकेत है. एल नीनो के कारण जहां सामान्य से कम बारिश की आशंका रहती है, वहीं न्यूट्रल स्थिति मानसून को संतुलित बनाए रखने में सहायक होती है.
इन राज्यों में हो सकती है कम बारिश
हालांकि जहां देश के अधिकतर हिस्सों में बारिश सामान्य या उससे अधिक होगी, वहीं कुछ राज्यों में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है. इन राज्यों में तमिलनाडु, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, बिहार के कुछ हिस्से और लद्दाख शामिल हैं.
मई के अंत में आएगा अगला अपडेट
IMD हर साल दो चरणों में मानसून का पूर्वानुमान (Long Range Forecast) जारी करता है. अगला और अधिक विस्तृत पूर्वानुमान मई के अंत में जारी किया जाएगा, जब मानसून केरल तट पर दस्तक देने वाला होगा.