MFOI 2025 में ग्लोबल फार्मर बिजनेस नेटवर्क: किसान से उद्यमी बनने का महाकुंभ PM Kisan Update: जून में आ सकती है 20वीं किस्त, लाभार्थी तुरंत निपटाएं ये जरूरी काम Paddy Varieties: धान की ये 10 उन्नत किस्में कम पानी में देती हैं शानदार उपज, जानें इनके नाम और खासियतें किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 4 May, 2022 10:24 PM IST

एक बार फिर बंगाल की खाड़ी में हलचल देखने को मिल रहा है. मौसम वैज्ञानिक जेसन निकोल्स के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर संभावित चक्रवात आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बीच बनता दिखाई दे रहा है. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बीच वाले क्षेत्रों को यह चक्रवात प्रभावित कर सकता है.

वैज्ञानिक के मुताबिक इस सप्ताह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाला कोई भी दबाव पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता दिखाई दे सकता है और उस स्थिति में दोनों राज्यों के बीच में पड़ने वाला क्षेत्र इससे प्रभावित हो सकता है.  

वहीँ आईएमडी (IMD) के मुताबिक 4 मई के 00 यूटीसी (Coordinated Universal Time) पर आधारित जीएफएस मॉडल ने यह संकेत दिया है कि पूर्वानुमानित प्रणाली पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट की ओर बढ़ सकती है और 10 मई के आसपास लैंडफॉल बनाने की पूरी संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अभी तक सिस्टम की गति और लैंडफॉल के बारे में कोई आधिकारिक पूर्वानुमान नहीं लगाया था.

आईएमडी ने आज अपने सुबह के रिपोर्ट में कहा कि दक्षिण अंडमान सागर और पड़ोस के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनता दिखाई दिया है.आईएमडी मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक सिस्टम 6 मई के आसपास उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने और बाद के 24 घंटों के दौरान और तेज होने की संभावना है.

IMD के मुताबिक “दक्षिण अंडमान सागर और पड़ोस के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना है और मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है. इसके प्रभाव में, 6 मई के आसपास उसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई है. इसके बाद के 24 घंटों के दौरान और अधिक दबाव होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें: Weather Update: आज से दिल्ली, यूपी, पंजाब और हरियाणा समेत इन इलाकों में आंधी-बारिश के आसार, मिलेगा लू से राहत

दूसरी ओर, स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने भविष्यवाणी की है कि संभावित चक्रवाती तूफान और तेज हो सकता है और अराकान तट के साथ आगे बढ़ सकता है. अगर यह चक्रवाती तूफान में बदल जाता है तो सिस्टम को साइक्लोन आसनी नाम दिया जाएगा.हालाँकि आसनी तूफ़ान का असर भारत के कई राज्यों में अभी से देखा जा सकता है.

बंगाल और उड़ीसा से सटे राज्य बिहार में इस तूफ़ान का असर साफ़ तौर से देखा जा सकता है. बिहार में पिछले कई दिनों से मौसम में बदलाव देखा जा रहा है और बारिश भी हो रही है. 

English Summary: Cyclone Asani: The storm between Andhra Pradesh and West Bengal can affect these states!
Published on: 04 May 2022, 10:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now