आज हम मध्यप्रदेश के दो ऐसे किसानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो राज्य के बहारीबंद तहसील क्षेत्र के ग्राम तेवरी में एक मिसाल बन चुके हैं. ये दोनों किसान बहुत अच्छे दोस्त भी हैं. किसान पुरुषोत्तम सिंह ठाकुर और अशोक कुमार काफी समय से खेती में कर रहे हैं. ये दोनों किसान एक साथ मिलकर मधुमक्खी पालन करते हैं, साथ ही खेती करके लाखों रुपये भी कमा रहे हैं. अब ये दोनों किसान दोस्त एक मिसाल बन चुके हैं.
बॉक्सों में मधुमक्खी पालन
इन दोनों ने लगभग 300 बॉक्सों में मधुमक्खी पालन किया है. इन मधुमक्खियों से 6 टन शहद का उत्पादन हुआ है, जो लगभग 300 रुपये प्रति किलोग्राम का बिक रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो इन्होंने अक्टूबर से अभी तक लगभग 6 टन शहद का उत्पादन किया, जिसमें से किसानों को 12 लाख रुपये का आमदनी हुई है.
एक साथ चार फसलों की खेती
किसान लगभग 40 एकड़ में खेती करते हैं. अंतवर्ती खेती करके एक मिसाल बन चुके हैं. उन्होंने नींबू के पौधों के बीच में पपीता, फिर उसके बीच में शिमला मिर्च और गेंदा लगाया है. इनकी तकनीक से अन्य किसान भी खेती करते हैं, जिन्हें अब काफी अछा मुनाफा मिलने लगा है.
नींबू और पपीता की अंतरवर्ती खेती
किसान 3 एकड़ में कागजी नींबू की खेती करते हैं. इसके पौधों को लो-डेन सिटी पद्धति से लगा रखा है. ये पौधे दूर-दूर लगाए गए हैं, ताकि किसान अंतरवर्ती खेती कर सकें. बता दें कि इन पौधों के बीच में पपीता, शिमला और टमाटर और गेंदा फूल लगा रखा है.
शिमला मिर्च से हर सप्ताह हजारों की आमदनी
जिले के किसानों का मानना था कि यहां पर शिमला मिर्च की खेती नहीं की जा सकती है. फिर इन दोनों किसानों ने एक एकड़ में शिमला मिर्च की फसल लगाई. किसानों ने प्रति एकड़ 5 हजार रुपये की लागत लगाई थी. अब इस फसल से प्रति सप्ताह एक क्विंटल उपज मिल जाती है.
गेंदा से बेहतर आमदनी
इन दोनों किसानों ने 3 एकड़ में पुष्पराज, टेनिसबॉल गेंदा फूल लगा रखा है. इसमें लगभग 20 हजार रुपये की लागत लगाई. अब यह उत्पादन देने लगा है. किसानों के मुताबिक, प्रति पेड़ तीन किलोग्राम उत्पादन दे देता है. बता दें कि इसमें किसानों को प्रति एकड़ से 3-4 लाख रुपये का मुनाफ़ा मिल जाता है.
आधा एकड़ टमाटर से हजारों का मुनाफा
इन दोनों किसानों ने आधा एकड़ ज़मीन में अंतरवर्ती खेती के तहत टमाटर की फसल भी उगा रखी है. उन्होंने एडवांटा का आजाद टमाटर लगा रखा है. इस फसल को लगाने में लगभग 10 हजार रुपये की लागत आई, लेकिन अब इससे प्रति सप्ताह डेढ़ क्विंटल उत्पादन मिलता है. बताया जा रहा है कि उन्हें आधा एकड़ से लगभग 60 हजार रुपये का मुनाफ़ा मिल जाता है.
खास जानकारी
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किसानों ने ट्रेलिस सिस्टम से टमाटर की फसल लगाई है.
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दोनों किसानों के पास 4 टन लीची का शहद स्टोर है.
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किसान पुरषोत्तम सिंह अलग से 25 एकड़ में खेती कर रहे हैं.
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दोनों किसानों ने अपने जिले में अरहर और उड़द की अंतरवर्ती खेती करके मिसाल पेश की है.
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स्वीटकॉर्न और आलू की कान्ट्रेक्टर फॉर्मिंग करके लाखों कमा रहे हैं.
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8 एकड़ में आलू, 3 एकड़ में चना समेत कई तरह की खेती करते हैं.
किसानों की करते हैं मदद
यह किसान खेती करके बेहतर मुनाफ़ा कमा रहे हैं, साथ ही अन्य किसानों को उन्नत खेती करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं. बता दें कि तेवरी में अशोक कुमार सिंह ने एक एग्रो क्लीनिक खोल रखा है, जिसके जरिए वे किसानों के खेतों का मुफ़्त में निरीक्षण कर कम लागत में अधिक उत्पादन, जैविक खेती, फसल, भूमि का चयन करने में सलाह देते हैं.
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