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Updated on: 12 February, 2022 1:50 PM IST
नौकरीपेशा तीन युवाओं ने मिलकर गांव में जैविक खेती शुरू की.

समय का सदुपयोग और सरकारी योजनाओं का लाभ किस तरह से लिया जाता है. यह सतना जिले के तीन युवाओं से सीखा जा सकता है. दो साल पहले आई कोरोना महामारी से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन में नौकरीपेशा तीन युवाओं ने मिलकर गांव में जैविक खेती शुरू की. 

युवाओं की मेहनत भी रंग लाई. तीनों युवा मिलकर अच्छी कमाई कर रहे, साथ ही गांव के लोगों का अधिक से अधिक जैविक खेती के प्रति रूझान बढ़े इसके लिए निशुल्क प्रशिक्षण भी दे रहे.

सतना जिले के रहने वाले नौकरीपेशा युवा संजय शर्मा, हिमांशु चतुर्वेदी और अभिनव तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लगा. ऐसे में सभी को वर्कफ्रॉम होम कर दिया गया. घर पर रहने के दौरान बचे हुए समय का सदुपयोग करने तीनों लोगों ने मिलकर जैविक खेती शुरू की.

जैविक खेत का तैयार किया जा रहा मॉडल

जैविक खेती कर रहे युवाओं द्वारा जैतवारा बिरसिंहपुर रोड पर कामधेनु कृषक कल्याण समिति के माध्यम से एक जैविक खेत मॉडल भी तैयार किया रहा है. संस्था के माध्यम से किसानों को खेती के पारंपरिक तरीके से हटकर प्राकृतिक एवं गो आधारित खेती करने के तरीके के बारे में जानकारी दी जा रही है. उद्यानिकी विभाग से मदद मिली.

दो साल पहले बगहा स्थित केशव माधव गोशाला से जैविक खेती की शुरुआत करने वाले युवाओं को उद्यानिकी विभाग की मदद मिली. विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत उन्नत बीज, पौधे, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट और सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर दिलाया गया.

सब्जी के साथ जैविक खाद का कर रहे उत्पादन

जिले में पहचान बना चुके युवाओं द्वारा सब्जी के साथ ही जैविक खाद का उत्पादन भी किया जा रहा है। इसमें हल्दी, प्याज़, आलू, ढेंचा, वर्मी कम्पोस्ट, केंचुआ जैविक शामिल है.

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लाभ मिलने पर दे रहे मुख्यमंत्री को धन्यवाद

किसानों को समृद्ध बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिलने पर युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दे रहे. इसके साथ ही किसानों से भी आग्रह कर रहे है कि सरकार की योजनाओं का लाभ लें.

English Summary: Three friends making profits from organic farming
Published on: 12 February 2022, 01:56 PM IST

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