जैसे कि आप जानते हैं कि दिल्ली-NCR में लगातार प्रदूषण में इजाफा देखने को मिल रहा है. ऐसे में इन इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए सांस लेना बेहद मुश्किल बनता जा रहा है. लेकिन देखा जाए तो गांव में प्रदूषण का स्तर बहुत कम होता है. क्योंकि वहां घरों के अंदर व बाहर चारों तरफ पेड़-पौधे मौजूद होते है.
वहीं शहरों में पेड़ लगाने के लिए ही जगह नहीं होती है. ऐसे में लोग प्रदूषण से कैसे बचेंगे? लेकिन आज हम आपको ऐसे एक व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जो दिल्ली में रहकर प्रदूषण से मुक्त है. बता दें कि इनके घर में प्रदूषण और गर्मी का असर बहुत कम होता है. तो आइए इनके अनोखे तरीके के बारे में विस्तार से जानते हैं...
दिल्ली का यह घर है प्रदूषण से मुक्त
आपको बता दें कि दिल्ली में रहने वाले सौमिक दास का घर प्रदूषण से मुक्त है. क्योंकि इनके घर में काफी अधिक संख्या में बोनसाई पेड़ लगे हुए हैं. सौमिक बताते है कि उन्होंने बोनसाई पेड़ और पेजनिंग बनाना एक पैशन के तौर पर पहले शुरू किया था, लेकिन फिर बाद में उन्होंने इसे अपना बिजनेस बना लिया है. बता दें कि अब वह अपने इस बिजनेस को लगभग 25 लाख तक टर्नओवर तक पहुंचा चुके है. उनका कहना है कि इस बिजनेस के चलते प्रदूषण मेरे घर से बहुत दूर है और इसलिए शायद हम सरलता से सांस ले पा रहे हैं और साथ ही उनके आस-पास रह रहे लोगों को भी इसे कई अधिक लाभ पहुंच रहा है.
ऐसे शुरू किया बिजनेस
सौमिक बताते है कि उन्होंने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पहली बार एक प्रदर्शनी में बोनसाई पेड़ को देखा. जिससे वह बेहद आश्चर्यचकित हुए. वह पेड़ उन्हें इतना अच्छा लगा कि उन्होंने अपने घर में ही बोनसाई के 200 पेड़ लगा दिए. इसके बाद उन्होंने विदेश में जाकर पेनजिंग कला को सीखा. इसके अलावा सौमिक का यह भी कहना है कि बोनसाई के एक पेड़ को तैयार करने के लिए कई साल लग जाते हैं.
इस कार्य में आपको काफी सब्र और धैर्य रखना होता है. अगर आप इसे अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको पौधों की देखभाल के साथ कटिंग व ग्राफ्टिंग का कार्य भी आना चाहिए.
सौमिक बताते हैं कि यह पेड़ आपको सिर्फ प्रदूषण ही नहीं बल्कि भीषण गर्मी में भी राहत देते हैं. इसे लगाने से आपके घर का तापमान ठंडा बना रहता है. इस तरह से आप घर में बिजली के खर्च से भी बच जाएंगे, जो गर्मी में यानी एसी-कूलर से आता है.
पेड़ों के जरिए बनाई खुद की कंपनी
जैसे-जैसे उनका बिजनेस इस पेड़ से बढ़ने लगा उन्होंने इसे अपनी खुद की गो ग्रीन बोनसाई नाम की एक कंपनी को खड़ा कर दिया. जिसमें वह बोनसाई पेड़, पेनजिंग आर्ट के साथ प्लांट, कैक्टस और दूसरे एग्जॉटिक पौधे आदि को बेचकर लाभ कमाते हैं. आज के समय में सौमिक दास के बोनसाई पेड़ दुनियाभर में मशहूर है. इनका खुद का अपना एक फार्म भी है, जहां से यह अपने पेड़ों को डिलीवरी करते हैं.