आपने अभी तक सफेद या मटमैले रंग का फूलगोभी खाया होगा, लेकिन अब जल्दी ही आप गुलाबी और पीले रंग की फूलगोभी भी खा सकेंगें. दरअसल महाराष्ट्र के नासिक में एक किसान ने हाइब्रिड गुलाबी फूलगोभी उगाने में सफलता प्राप्त की है.
42 साल के इस किसान का नाम महेंद्र निकम है, जो नासिक मालेगाव तालुका का रहने वाला है. निकम ने इस फूलगोभी के बीज स्विट्जरलैंड की कंपनी सिनजेंटा एग्रीकल्चरल साइंस एंड टेक्नोलॉजी से खरीदे हैं. चलिए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं.
20 हजार किलो का फूलगोभी उत्पादन (Cauliflower production of 20 thousand kg)
निकम अक्सर खेती में नए तरह के प्रयोग करते रहते हैं. आज उनके यहां गुलाबी और पीले रंग की फूलगोभी का अंबार लगा हुआ है, इतना अधिक उत्पादन देखकर न सिर्फ क्षेत्र के किसान आचंभित हैं, बल्कि मीडिया और कृषि विशेषज्ञ भी उनके यहां के दौरे लगातार कर रहे हैं.
निकम बताते हैं कि गुलाबी फूलगोभी की मांग बाजार में अधिक है. लोग इसे 80 रुपए किलो के भाव से खरीद रहे हैं. इस समय उनकी खेती में करीब 20 हजार किलो गोभी कटने को तैयार है. इस हाइब्रिड फूलगोभी की खेती पर निकम का कुल दो लाख रुपए का खर्चा आया है. उनकी सफलता को देखते हुए देश के कई कई किसानों ने उनसे संपर्क किया है.
कहां हो सकती है फूलगोभी खेती (Where can it be Cauliflower Cultivation)
गुलाबी फूल गोभी की खेती के बारे में निकम ने कहा कि इसे वैसे तो लगभग हर की भूमि पर उगा सकते हैं, लेकिन इसके लिए सबसे अच्छी बलुई दोमट भूमि है. ऐसी भूमि इसकी खेती के लिए सबसे उत्तम है.
आम फूल गोभी की खेती की तरह ही रोपाई से पहले भूमि की जुताई इसमें भी जरूरी है. वैसे तो इसमें अधिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन भी जरूरत अनुसार किसान इसमें सड़ी हुई गोबर खाद का उपयोग कर सकते हैं.
अगर सेवन की बात करें तो इसका उपयोग सब्जी, अचार, पकौड़ा और सूप आदि बनाने के लिए आराम से हो सकता है.
इसकी खेती में सामान्य एवं आर्द्र जलवायु सहायक है. 15 से 25 डिग्री तक के तापमान में इसकी खेती आराम से हो सकती है.
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