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Updated on: 27 January, 2022 12:34 PM IST
Couple Earning 2 lakhs by Starting Areca Leaves Business

वैसे तो आपने बहुत-सी सक्सेस स्टोरीज के बारे में सुना होगा, लेकिन आज जिनकी हम बात करने जा रहे हैं, वो कबिलिये-तारीफ है. जी हां, आज हम आपको एक ऐसे जोड़े की सफलता की मिसाल देने जा रहे हैं, जिन्होंने यूएई (UAE) की जॉब छोड़ अपना उद्योग शुरू करने की सोची वो भी इकोफ्रैंडली प्रोडक्ट्स (Ecofriendly Products Business) की. 

यूएई की जॉब छोड़ क्यों शुरू किया अपना बिज़नेस (Why did you leave your UAE job and start your own business?)

इंजीनियर देवकुमार नारायणन (Engineer Devkumar Narayan) संयुक्त अरब अमीरात में चार साल से रह रहे थे और 9 से 5 वाली कॉर्पोरेट नौकरी कर रहे थे. साथ ही उनकी पत्नी सरन्या से जुड़ने के कुछ ही समय बाद ही दोनों के काम बहुत बढ़िया चलने लगे, लेकिन उन्हें अपने घर केरल (Kerala) जाने की भी बहुत इच्छा होती थी. जिसकी वजह से 2018 में वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू (How to Start your Own Business) करने के विचार के साथ कासरगोड लौट आए.

कैसे शुरू हुई इनकी बिज़नेस प्लानिंग (How did their business planning start)

सरन्या का कहना है कि "हमारा हमेशा अपना खुद का एक उद्यम शुरू करने की योजना थी, लेकिन हम स्योर नहीं थी की आगे अब क्या होगा.  इसलिए हमने अपने हितों से मेल खाने वाले विचारों को खोजने के लिए एक दूसरे से चर्चा करनी शुरू कर दी. पर इन सभी के बीच एक बात के बारे में हम निश्चित थे कि जो भी बिज़नेस हम करेंगे वो एक अच्छे कारण और सामाजिक जिम्मेदारी वाला व्यवसाय (Profitable Business Idea) होना चाहिए.

देवकुमार का कहना है कि “बहुत सारे विकल्पों पर विचार करने के बाद, हमने सुपारी के पत्तों से बनी चीज़ों का बिज़नेस (Areca Leaf Business) शुरू करने की सोची, जिसे स्थानीय रूप से पाला के नाम से जाना जाता है. कासरगोड में सुपारी के पेड़ बहुतायत में उगते हैं, जिससे उत्पादन आसान हो जाता है. इसके अलावा, यह पर्यावरण के अनुकूल, बायोडिग्रेडेबल और प्लास्टिक के लिए एक अच्छा विकल्प हैं.

इस विचार को अंतिम रूप देने के बाद, उन्होंने एक ऐसे ब्रांड नाम की तलाश शुरू की जो अपने आप में ही कुछ कहता हो साथ ही उनके व्यावसायिक उद्देश्य के अनुरूप हो. सरन्या का कहना है कि “सुपारी के पत्तों की म्यान प्लास्टिक के साथ-साथ कागज के लिए भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. हमने इस विचार को शामिल करके इसे 'पपला' (Papla) नाम दिया जिसका उद्देश्य कम कागज और कम प्लास्टिक है.

कब हुआ था पपला लॉन्च (When was Papla launched)

बता दें कि इस जोड़े ने इस बिज़नेस को 2018 में लॉन्च किया. इसके अलावा, पपला अब टेबलवेयर (Tableware) से लेकर सुपारी के पत्तों से बैग बनाने तक के उत्पादों (Areca Leaf Products) का निर्माण करता है. और इससे यह जोड़ा प्रति माह 2 लाख रुपये का कारोबार कर रहा है.

कम कागज, कम प्लास्टिक (Less paper, Less plastic)

देवकुमार और सरन्या ने जल्द ही मदिकई पंचायत में अपने घर के पास एक छोटी निर्माण इकाई (Small Manufacturing Unit) स्थापित की है. जिसमें अब सात कर्मचारी सदस्य हैं जो उनकी इस काम में मदद कर रहे हैं.

चुनौतियां (Challenges)

सरन्या का कहना है कि "म्यान केवल सुपारी के फूलों के मौसम के दौरान उपलब्ध होते हैं. सुपारी के पत्तों के म्यान का उपयोग (Uses of Areca Leaves) करते समय चुनौतियों में से एक उनकी मौसमी उपलब्धता है. हम उन्हें साल में केवल छह महीने के लिए ही सोर्स कर सकते थे.

इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम एक वर्ष के लिए पर्याप्त स्टॉक करें. साथ ही यह एक बड़े भंडारण स्थान की मांग करता है जिसे हमने अपनी इकाई के साथ स्थापित किया हुआ है."

पपला किन चीज़ों का करता है निर्माण (What does Papla make)

पपला के उत्पादों में ज्यादातर टेबलवेयर जैसे प्लेट, कटोरे, चम्मच शामिल हैं. देवकुमार बताते हैं कि "हमारे पास विभिन्न आकारों में टेबलवेयर हैं जैसे 4 इंच से 10 इंच तक की प्लेट, गहरे कटोरे, चम्मच आदि. टेबलवेयर के अलावा, पापला कंपनी होममेड साबुन, टोपी, हाथ के पंखे, ग्रो बैग और शादी के निमंत्रण के लिए भी पैकेजिंग करता है.

क्या है पपला प्रोडक्ट्स की कीमतें (What is the price of Papla Products)

पपला टेबलवेयर को 1.50 रुपये से 10 रुपये के बीच के सेल करते हैं. वहीं ग्रो बैग जैसे हस्तनिर्मित उत्पादों (Homemade Products) की कीमत 40 रुपये और हैट 100 रुपये है. साथ ही यह अपनी वेबसाइट के माध्यम से और फोन पर भी ऑर्डर लेते हैं.

सरन्या कहती हैं कि “हम कागज के बजाय म्यान पर यूवी प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके शादी के निमंत्रण प्रिंट करते हैं. इसके अलावा इवेंट और फंक्शन के लिए प्रोडक्ट्स बनाते समय उसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं.

छोटी इकाइयों को भी करते हैं मदद (Help even small units)

वहीं आगे देवकुमार और सरन्या के कहना है कि “हमारी माइक्रो-यूनिट में अपने उत्पादों के निर्माण के अलावा, हम कई अन्य छोटी स्थानीय इकाइयों की भी मदद करते हैं. इस क्षेत्र में लगभग 20 समान इकाइयां हैं जो अपने उत्पादों को बेचने के लिए संघर्ष कर रही हैं. इसलिए हम उन्हें प्रशिक्षण देकर और उनकी सहायता करने के साथ-साथ एक बाजार ढूंढकर उनके उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करते हैं.

क्या है फ्यूचर प्लानिंग (What is Future Planning)

बता दें कि पपला अपने उत्पादों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) का लक्ष्य बना रहे हैं. इसके अलावा, यह विभिन्न प्राकृतिक कच्चे माल (Natural Raw Material) जैसे केले के रेशे, नारियल के छिलके आदि पर भी अपना हाथ आजमाना चाहते हैं ताकि अधिक से अधिक इकोफ्रैंडली प्रोडक्ट्स का निर्माण हो सके.

English Summary: This couple is earning 2 lakhs by starting their business with Areca leaves, read more
Published on: 27 January 2022, 12:43 PM IST

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