Success Story: देश के किसान अब पारंपरिक खेती से गैर-पारंपरिक फसलों की खेती करना अधिक पंसद कर रहे हैं, जिसमें सफलता भी हो रहे हैं. किसान कम समय में अच्छी कमाई के लिए सबसे अधिक सब्जियों की खेती कर रहे हैं. ऐसा ही उत्तर प्रदेश के संदीप सैनी ने जै मेहनत और तकनीकी समझ के साथ सब्जियों की खेती में सफलता हासिल कर अपनी अलग पहचान बनाई है. किसान संदीप सैनी मूली समेत कई सब्जियों की खेती कर रहे हैं, जिससे लाखों रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं.
आइये इस आर्टिकल में प्रगतिशील किसान संदीप सैनी की सफलता की कहानी जानें-
खेती के लिए भूमि और फसलें
कृषि जागरण से बातचित के दौरान किसान संदीप सैनी ने बताया कि वह खेतीबाड़ी से लंबे समय से जुड़े हुए है और शुरूआत से ही और सब्जियों की खेती कर रहे है. उनके पास खेती के लिए लगभग 10 से 12 एकड़ ज़मीन है, जिसके आधे भाग में वह केवल मूली की खेती कर रहे हैं. मूली के अलावा, किसान संदीप बंद गोभी, खीरा, करेला, तोरी और ब्रोकली की भी करते हैं. उन्होंने बताया कि वह मूली की अलग-अलग किस्मों की खेती कर रहे है और इससे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं.
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मूली की Cross X-35 किस्म से अच्छी कमाई
किसान संदीप सैनी ने बताया कि वह मूली की HYB Cross X-35 किस्म की खेती करते हैं, जो सोमानी सीड्स की लंबे पत्ते वाली किस्म है. यह मूली उनकी पसंदीदा किस्मों में से एक है, क्योंकि यह उच्च गुणवत्ता वाली और बाजार में काफी मांग वाली होती है. मूली की यह किस्म कम समय और कम लागत में तैयारी हो जाती है और इससे अच्छी खासी पैदावार मिल जाती है, जो मार्केट में अच्छे रेट पर जाती है.
तकनीक और तरीके
कृषि जागरण से बातचित के दौरान किसान संदीप सैनी ने बताया कि वह खेती में आधुनिक कृषि तकनीकों और रासायनिक तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, इससे उन्हें अधिक और बेहतर उपज प्राप्त होती है. इसके अलावा, किसान संदीप खेत में जैविक विधियों को भी अपनाते हैं, जिससे फसल की गुणवक्ता अच्छी रहती है. उन्होंने बताया कि, खेती के दौरान मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने और कीटों से बचाव के लिए संतुलित उर्वरक और कीटनाशकों का सही मात्रा में प्रयोग भी करते हैं.
मूली की खेती में आने वाली चुनौतियां
बातचित के दौरान किसान ने बताया कि मूली की खेती के दौरान तापमान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि यह फसल अत्यधिक संवेदनशील होती है. उच्च तापमान होने पर फसल में कीट और रोगों का खतरा बढ़ जाता है, जो फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं, ऐसे में वह दवाओं का इस्तेमाल बढ़ा देते हैं, जबकि कम तापमान में दवाइयों का उपयोग घटा देते हैं.
लागत और मुनाफा
कृषि जागरण से बातचित के दौरान खेती में आने वाली लागत को लेकर उन्होंने बताया कि, सब्जियों की खेती फसलों पर निर्भर करती है. किसी फसल में अधिक, तो किसी में कम लागत भी आती है. किसान ने बताया कि, मूली की खेती में सभी फसलों के मुकाबले कम लागत आती है, बाकि करेला और बंद गोभी की खेती में ज्यादा लागत आती है. किसान ने बताया कि, सब्जियों की खेती से उन्हें अच्छा खासा मुनाफा हो जाता है.
किसान के लिए संदेश
किसान संदीप सैनी ने कृषि जागरण से बातचीत के दौरान किसानों को संदेश देते हुए कहा है कि, किसानों को मूली खेती करनी चाहिए. मूली की खेती में लागत कम आती है और प्रोफिट अच्छा हो जाता है. छोटे जोत में खेती करने वाले किसानों को मूली की अच्छी किस्मों का चयन करके उनकी खेती करनी चाहिए.