उतर प्रदेश के रहने वाले आलोक, शिमला मिर्च से करोड़ों की कमाई कर रहे हैं. बता दें कि उनका जीवन बेहद संघर्ष भरा व गरीबी में बीता है. जिससे उनके परिवार का भरण पोषण भी पूरा नहीं हो पाता था. उनके पास केवल 5 बीघा जमीन थी. जिसके भरोसे उनके परिवार का गुजारा होता था.
कैसे की शिमला मिर्च की खेती
आलोक एक दिव्यांग किसान है. बचपन में पोलियो के कारण वह दिव्यांग हो गए. परिवार में पहले से ही माता और बहन दिव्यांग थीं. ऐसे में पिता के लिए संघर्ष के साथ परिवार का जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो गया था. उनकी आमदनी का जरिया केवल खेती ही था. गरीबी के दौर में आलोक के जीवन में एक पत्रिका मसीहा बनक उभरा. उन्होंने एक पत्रिका में शिमला मिर्च उगाने की पद्धति को पढ़ा और शिमला मिर्च की खेती शुरू कर दी.
नुकसान के साथ हुई शुरूआत
शिमला मिर्च की खेती की शुरूआत 1 बीघा जमीन के साथ हुई. इस क्षेत्र में अनुभव की कमी के कारण उन्हें पहली बार भारी नुकसान झेलना पड़ा. लेकिन कहते हैं ना असफलता ही सफलता की कुंजी होती है. बस फिर उन्होंने अपनी गलतियों से सीखा और बिना हार माने फिर से शिमला मिर्च की खेती करनी शुरू कर दी.
शिमला मिर्च से होने लगा फायदा
किसान आलोक का दूसरा प्रयास सफल रहा. धीरे-धीरे उन्हें मुनाफा होने लगा. इसके बाद उनके जज़्बे को और आगे बढ़ाया सोशल मिडिया ने. जहां से उन्होंने अत्याधुनिक तकनीक को अपनाकर ऑर्गेनिक पद्धति के आधार पर शिमला मिर्च की खेती की शुरू कर दी.
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इस बार उन्होंने जोखिम उठाया और 40 बीघा जमीन किराए पर लेकर खेती शुरू कर दी. जिससे उन्हें 1 करोड़ रुपए की आमदनी प्राप्त हुई. बता दें कि इस दौरान उनकी फसल की लागत 15 लाख रुपए आई और 85 लाख रुपए का उन्हें लाभ मिला.
इसके साथ वह अपनी प्रेरणा से प्रेरित होकर क्षेत्र के 500 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. आलोक से प्रशिक्षण लेकर किसानों ने शिमला मिर्च की खेती शुरू कर दी है. अब वह भी अब अच्छी कमाई कर रहे हैं.