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Updated on: 26 February, 2019 4:12 PM IST

बंगाल के डोमार ज़िले में खतुरिया गाँव के 35 वर्षीय इस्माइल हुसैन ने अपनी मेहनत और बुद्धि के बल से रंगपुर मंडल के सबसे बड़े ड्रैगन फ्रूट बाग की स्थापना कर कई लोगों को कमाई का रास्ता दिखाया है. इस्माइल ने तीन साल के अंदर 22 बीघा जमीन पर अपना फल का बाग बनाया है और ड्रैगन के फल के रूप में लाभ भी कमाया है. यह थाईलैंड का राष्ट्रीय फल है. जो अब धीरे-धीरे हमारे देश में भी काफी लोकप्रियता हासिल कर रहा है.

स्थानीय लोगों के साथ-साथ अब उनकी सफलता की कहानी देश की कई महत्वपूर्ण हस्तियों को भी आकर्षित कर रही है. जैसे कि मोकबुल हुसैन, कृषि संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष, जिन्होंने कुछ महीने पहले बाग का दौरा भी किया था. इसके अलावा, कृषि मंत्रालय की परियोजना 'विकासशील पोषण के माध्यम से साल भर चलने वाले फलों के उत्पादन' की निदेशक मेहेदी मसूद ने भी उनके फलों के बगीचे का दौरा किया.

इस्माइल का बचपन से ही “कुछ नया करने का सपना था. वह निजी नौकरी से इस्तीफा देने के बाद 2016 में अपने गांव लौट आए. फिर उन्होंने अपने एक रिश्तेदार से ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में पूरी जानकारी ली और खेती करने का मन बना लिया. वर्ष 2016 में, इस्माइल ने करीब 150 ट्रैवल्स में 600 ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए. इसके शीर्ष पर एक टायर के साथ एक ठोस स्तंभ, एक बीघा जमीन में कम से कम चार पौधे लगाए गए है. जो प्रत्येक ट्रेलिस के आसपास लगाए जा सकते हैं.

करीब एक साल बाद, उन्होंने प्रत्येक पेड़ से औसतन 15 किलोग्राम फल प्राप्त किया और 250 प्रति किलोग्राम के हिसाब से 5.5 लाख में 2,250 किलोग्राम फल बेचा. पहले सीज़न में सफलता मिलने के बाद उन्होंने अगले साल इसकी खेती 11  बीघा में शुरू की और फिर चालू वर्ष में 22  बीघा तक कर लिया.

अब वह इस खेती से लाखों कमा रहे हैं और लोगों के लिए एक उदाहरण बने हैं. ऐसे ही सफल किसानों की कहानियों की जानकारियां पाने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहें -

English Summary: succes story of farmer
Published on: 26 February 2019, 04:15 PM IST

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