पशुपालन (Animal Husbandry) के क्षेत्र में किसान भाई आज कल काफी रुझान बढ़ा रहे हैं, पशुपालन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें किसानों की हर दिन आय में इजाफा होता है. ऐसा ही एक उदाहरण सुभाष चन्द्र शर्मा हैं, जो पशुपालन के क्षेत्र में अपना खुद का व्यवसाय (Own Business ) शुरू कर लाखों कमा रहे हैं.
दरअसल, आपको बता दें हाल ही में कृषि जागरण की टीम ग्रेटर नोएडा के जेवर जगह में पशुपालन करने वाले किसान के यहाँ पहुंची, जहाँ उन्होंने पशुपालन करने वाले किसान सुभाष चन्द्र शर्मा से बातचीत की. जो पशुपालन के क्षेत्र में अधिक लाभ कमा रहे हैं.
आपको बता दें ग्रेटर नोएडा के जेवर गाँव के रहने वाले सुभाष चन्द्र (Subhash Chandra ) पशुपालन के क्षेत्र में अपना सुभाष चन्द्र डेरी फार्म नाम का व्यवसाय चला रहे हैं. आपको बता दें सुभाष चन्द्र के पशुपालन में साहिवाल और दोगुली नस्ल (Sahibal And Double Breed) की गाय का कर रहे हैं, जिनकी दूध उत्पादन क्षमता प्रति दिन के हिसाब से 10 – 12 लीटर है.
इसके अलावा सुभाष चन्द्र कई तरह की अच्छी नस्लों की भैंसों का भी पालन कर रहे हैं जिनकी दूध उत्पादन क्षमता भी 12 – 15 लीटर प्रति दिन है. सुभाष चन्द्र ऐसे वर्तमान समय में काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
सुभाष चन्द्र कमा रहे हैं हर महीने अच्छा मुनाफा (Subhash Chandra Is Earning Good Profit Every Month)
आपकी बता दें सुभाष जी से जब कृषि जागरण की टीम ने पशुपालन से होने वाले मुनाफे की बात की तो उन्होंने कहा की जिस नस्ल की गायों और भैंसों का पालन कर रहे हैं उस नस्ल से काफी अच्छी दूध की मात्रा मिलती है, जिस वजह से वो हर महीने 60 हज़ार से अधिक मुनाफा कमा लेते हैं.
पशुओं का आहार (Animal Nutrition)
सुभाष के मुताबिक, पशुओं में दूध के अच्छे उत्पादन के लिए जरुरी है उनको प्रोटीन युक्त आहार देना, जिससे पशुओं में दूध की मात्रा बढ़ती रहे और पशुओं का स्वस्थ्य भी मजबूत रहे. इसलिए सुभाष चन्द्र अपने पशुओं को खाने में गेहूं का दलिया और सरसों का खल भी पशुओं को देते हैं, ताकि पशुओं के दूध में बढ़ोतरी हो सके.
पशुओं को आहार देने का समय (Feeding Time Of Animals)
किसान सुभाष का कहना है कि वह अपने पशुपालन के व्यवसाय के साथ – साथ खेती का कार्य संभालते हैं, वह पशुओं के अच्छे आहार के लिए अपने खेतों से गेहूं से निकला भूसा और सरसों से निकली हुई खली पशुओं को आहार में देते हैं. उनका आगे कहना है कि पशुओं को ज्यादा खाना खिलाने से भी उनमे बीमारी का खतरा रहता है जैसे कि अपच, पतले दस्त, बदहजमी आदि इसलिए इन सभी बातो को ध्यान में रखते हुए वह अपने पशुओं को दिन में दो बार भोजन देते है.
इसी के साथ सुभाष का कहना है कि अधिकतर पशुओं में कई तरह के रोग लग जाते हैं जिस वजह से पशुओं में दूध उत्पादन क्षमता कम हो जाती है और इसका असर पूरे व्यवसाय पर भी पड़ता है इसलिए पशुओं को इन बीमारी से नियंत्रित करने के लिए 2 नीबू का अर्क और 250 ग्राम चीनी मिला कर दें. इससे पशुओं में होने वाली बीमारियों से जल्द छुटकारा मिलेगा.