Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 March, 2023 5:21 PM IST
हजारों लोगों का सहारा बनी किसान चाची

भारत खेती-किसानी में किसी से भी कम नहीं है. यहां के किसान भाई ही नहीं किसान महिलाएं (kisan mahila), बहने भी देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अपना अहम योगदान दे रही हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक महिला की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आज के समय में खेती के साथ-साथ बिजनेस भी कर रही है और गांव के गरीब व बेसहारा लोगों की मदद के लिए ही हमेशा तैयार खड़ी रहती है.

बता दें कि यह महिला राजकुमारी देवी हैं, जो बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं. जिन्होंने समाज में बनाए हुए बंधनों को तोड़कर खेतों में काम करना शुरु किया. तो आइए इनकी संघर्ष से भरी कहानी के बारे में विस्तार से जानते हैं...

खेती के साथ अचार का बिजनेस

किसान चाची राजकुमारी देवी ने खेती के साथ बिजनेस भी किया. दरअसल, उन्होंने अपने खेत में उगाई हुई सब्जियां यानि कि आम, नींबू, कटहल से अचार बनाने का कार्य शुरू किया और इसे अपने स्थानीय बाजार में बेचने भी लगी. उनके हाथों का बना अचार सभी लोगों को बहुत ही स्वादिष्ट लगा और धीर-धीरे बाजार में इनके आचार की डिमांड दिन प्रतिदिन डबल होती गई.

कई महिलाओं को दिया रोजगार

जैसे-जैसे उनका बिजनेस फैलने लगा वैसे-वैसे किसान चाची ने जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार देने का कार्य भी शुरू कर दिया. ताकि महिला आत्मनिर्भर बन सके. आज के समय में किसान चाची के साथ कई महिलाएं अचार बनाने से लेकर उन्हें बेचने तक का कार्य करती हैं. वह आज के समय में हजारों-लाखों की कमाई सरलता से कर रही हैं.

ये भी पढ़ें: राजस्थान के बाड़मेर में पहली बार उगा आलू, विक्रम सिंह महिलाओं को प्रशिक्षित कर दे रहे रोजगार

पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है किसान चाची

भारत सरकार की तरफ से किसान चाची को पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. इनके हौसले को न तो समाज और न ही परिवार का विरोध तोड़ पाया. इन्होंने ने जो सोचा वह कर दिखाया. मिली जानकारी के मुताबिक, किसान चाची पहले अपने खेत पर परंपरागत तरीकों से खेती करती थीं. लेकिन उससे उन्हें कुछ खास मुनाफा प्राप्त नहीं हुआ. लेकिन बाद में उन्होंने वैज्ञानिक विधि से खेती करना शुरू किया और धीरे-धीरे एक अच्छी आय अर्जित होने लगी.

English Summary: Pickle business: Farmer aunt made many women self-sufficient with her business, earning thousands and millions
Published on: 19 March 2023, 05:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now