Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 22 January, 2019 3:31 PM IST

दिल्ली के दरियापुर कलां गांव के प्रगतिशील किसान सत्यवान ने कृषि क्षेत्र में ऐसी इबारत लिखी है जो दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गयी हैं. दरअसल प्रगतिशील किसान सत्यवान जैविक विधि से प्याज और मटर की उन्नत खेती कर रहें है. जिसमें उनकों अच्छा मुनाफा हो रहा है. सत्यवान के खेती करने के तरीके से आसपास के किसान भी अब उनसे प्रभावित होकर उसी विधि से खेती कर रहे हैं और भारी मुनाफा कमा रहें है. एक तरह से यह कहें कि सत्यवान आसपास के किसानों के लिए मिसाल बन गए है.

यह भी पढ़ें - गांव ने ढूंढा इस खेती में अपना भविष्य

गौरतलब है कि सत्यवान जी प्याज की खेती के लिए प्याज की नर्सरी स्वयं तैयार करते हैं. इसके लिए प्याज के बीज भी वो स्वयं तैयार करते है. प्याज की नर्सरी के लिए वो बेड मेकर मशीन का इस्तेमाल करते हैं. सत्यवान जी के मुताबिक वो पहले परंपरागत तरीके से 'प्याज की नर्सरी' तैयार करते थे जो अच्छी तरह से तैयार नहीं हो पाता था. जिस वजह से उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता था. लेकिन वो आगे चलकर रासायनिक खेती का त्याग कर जैविक विधि अपनाने के साथ ही आधुनिक यंत्रों को अपनाकर आधुनिक तरीके से प्याज की नर्सरी तैयार करने लगे जिसमें उन्हें फायदा होने लगा. बताते चले की वर्तमान में सत्यवान प्याज की नर्सरी से भी अच्छा मुनाफा कमा रहे है. वो प्याज की नर्सरी को औसतन 100 किलों की दर से अन्य किसानों को बेचते है.

यह भी पढ़ें - हॉलैंड के फूल ने तीन महीने में दी तीन लाख की आमदनी

अगर मटर की खेती के बारे में बात करें तो सत्यवान जी मटर की खेती वर्तमान समय में जिस विधि का बोलबाला है यानि रासायनिक विधि, उस विधि को त्यागकर जैविक विधि से कर रहे है. उनके मुताबिक जैविक विधि से उपज भी रासायनिक विधि की अपेक्षा ज्यादा अच्छी हो रही है. मटर और प्याज की सिंचाई के लिए उन्होंने ड्रिप और स्प्रिंकलर विधि को अपना रखा है ताकि उचित मात्रा में मटर के हर एक पौधे तक पानी पहुंच सके. सत्यवान के मुताबिक परंपरागत तरीके से सिंचाई न करके ड्रिप और स्प्रिंकलर विधि से सिंचाई करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि मटर को पाले से आसानी से बचाया जा सकता है और मटर की अच्छी पैदावार की जा सकती है. फ़िलहाल सत्यवान 2 एकड़ मटर की खेती कर रहे है. सत्यवान के मुताबिक 1 एकड़ में औसतन 18-20 किलो बीज मटर लग जाता है जिसकी बाजार में कीमत 200-220 रुपये होती है.

English Summary: Peas and onion cultivation by Organic farming
Published on: 22 January 2019, 03:33 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now