Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 2 March, 2019 5:03 PM IST

जरूरी नहीं है कि आप हमेशा जितनी मेहनत करें आपको उतना फायदा हो. लोग सरकारी योजनाओं का लाभ कमाकर करोड़पति बन रहे है. ऐसा ही कारनामा गुजरात के किसान ने किया है जिसका फायदा उनको मिला है. गुजरात के किसान ने मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ उठाकर 30 करोड़ से अधिक की कमाई की है. यह एकदम सच बात है.

चंदन की खेती कर रहे हैं किसान

दरअसल भरूच जिले के किसान काटांसायण गांव के किसान अल्केश भाई पटेल ने चंदन की खेती को शुरू करने का कार्य शुरू किया है. दरअसल किसान ने इसके लिए 2010-11 में स्थानीय विधायक और ईश्वर सिंह पटेल की मदद से वनविभाग से चंदन के पौधे लिए थे. किसान अल्पेश ने कुल दो एकड़ की जमीन पर चंदन की खेती को किया है. अब ये सारे पौधे चंदन के बड़े-बड़े पेड़ बन चुके है. इन सभी पेड़ों की कीमत कुल 30 करोड़ रूपये हो चुकी है. जिससे किसानों को आमदनी में भारी मुनाफा होने की उम्मीद है.

गुजरात सरकार लाई थी चंदन की खेती हेतु बिल

किसान अल्पेश भाई पटेल बताते हैं कि 2003 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने राज्य में एक बड़ा फैसला लिया था. दरअसल वर्ष 2003 में नरेंद्र मोदी ने गुजरात के डांग जिले को छोड़कर पूरे राज्य में चंदन की खेती को मंजूरी दे दी थी इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले को लागू करवाने के लिए राज्य की विधानसभा में बिल लाकर पूरा कानून पास करवाया था. इस कानून के प्रावधानों के अनुसार राज्य का हर किसान अपने यहां पर खेतों में चंदन की खेती को कर सकता था. चंदन के पेड़ को बाजार में बेचने पर किसानों को अपनी 20 रूपये की रॉयल्टी सरकार को देनी पड़ती थी. इसी योजना का किसान अल्पेश आज तक लाभ उठा रहे है और करोड़ों में कमाई कर रहे है.

English Summary: Millions earning by cultivating sandalwood
Published on: 02 March 2019, 05:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now