Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 2 March, 2019 5:03 PM IST

जरूरी नहीं है कि आप हमेशा जितनी मेहनत करें आपको उतना फायदा हो. लोग सरकारी योजनाओं का लाभ कमाकर करोड़पति बन रहे है. ऐसा ही कारनामा गुजरात के किसान ने किया है जिसका फायदा उनको मिला है. गुजरात के किसान ने मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ उठाकर 30 करोड़ से अधिक की कमाई की है. यह एकदम सच बात है.

चंदन की खेती कर रहे हैं किसान

दरअसल भरूच जिले के किसान काटांसायण गांव के किसान अल्केश भाई पटेल ने चंदन की खेती को शुरू करने का कार्य शुरू किया है. दरअसल किसान ने इसके लिए 2010-11 में स्थानीय विधायक और ईश्वर सिंह पटेल की मदद से वनविभाग से चंदन के पौधे लिए थे. किसान अल्पेश ने कुल दो एकड़ की जमीन पर चंदन की खेती को किया है. अब ये सारे पौधे चंदन के बड़े-बड़े पेड़ बन चुके है. इन सभी पेड़ों की कीमत कुल 30 करोड़ रूपये हो चुकी है. जिससे किसानों को आमदनी में भारी मुनाफा होने की उम्मीद है.

गुजरात सरकार लाई थी चंदन की खेती हेतु बिल

किसान अल्पेश भाई पटेल बताते हैं कि 2003 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने राज्य में एक बड़ा फैसला लिया था. दरअसल वर्ष 2003 में नरेंद्र मोदी ने गुजरात के डांग जिले को छोड़कर पूरे राज्य में चंदन की खेती को मंजूरी दे दी थी इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले को लागू करवाने के लिए राज्य की विधानसभा में बिल लाकर पूरा कानून पास करवाया था. इस कानून के प्रावधानों के अनुसार राज्य का हर किसान अपने यहां पर खेतों में चंदन की खेती को कर सकता था. चंदन के पेड़ को बाजार में बेचने पर किसानों को अपनी 20 रूपये की रॉयल्टी सरकार को देनी पड़ती थी. इसी योजना का किसान अल्पेश आज तक लाभ उठा रहे है और करोड़ों में कमाई कर रहे है.

English Summary: Millions earning by cultivating sandalwood
Published on: 02 March 2019, 05:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now