Chhattisgarh: खेती सही और आधुनिक तरीके से की जाए तो हमें इस मेहनत का कई गुणा ज्यादा फल मिलता है. ऐसे ही विचार के साथ छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले के एक किसान इंजीनियर की नौकरी छोड़ खेती में अपना भविष्य संवार रहे हैं. जांजगीर चाम्पा जिले के जर्वे गांव निवासी किसान अमित तिवारी, जो वर्तमान में गांव में ही अपनी चार एकड़ जमीन में सब्जियों की खेती कर रहे हैं और इतना ही नहीं वह जिले के बागवानी विभाग की मदद से सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा रहे हैं.
किसान अमित ने बताया की वह महाराष्ट्र स्थित एक कंपनी में इंजीनियर के पद पर थे, लेकिन उन्होंने 2019 में वह नौकरी छोड़ अपने गांव वापस आ गए. गांव में अपनी जमीन पर खुद खेती करने की सोची और इसके लिए गांव में उन्होंने जमीन का निरीक्षण कर बागवानी विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया.
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही खेती से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी लेकर सब्जियों की खेती शुरू की. विभाग की ओर से अलग-अलग योजनाओं के तहत मिलने वाली सब्सिडी का लाभ भी लिया. उन्होंने अपने खेतों में ही वाटर टैंक बनाया और सब्जियां लगाई. जल के संरक्षण के लिए टपका सिंचाई का इस्तेमाल किया जिस कारण सब्जियों की बंपर पैदावार हुई.
अमित ने बताया कि पहले साल सब्जी की फसल उगाने में थोड़ी परेशानी हुई. उसके बाद लगातार 3 वर्षो से खेती करने के बाद अच्छी आमदनी शुरु हुई. उन्होंने फरवरी महीने में ये फसलें लगाना शुरु की और अप्रैल से अक्तूबर के बीच तक फसलों के उत्पाद को बाजार में बेचकर लाभ उठाना शुरु कर दिया. अमित दवा और खाद भी आमतौर पर जैविक खाद का ही इस्तेमाल करते हैं.
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अमित का कहना है कि सब्जियों का उत्पादन करने से किसान की जेब में हर वक्त पैसा रहता है. एक एकड़ से किसान एक लाख से अधिक की आमदनी कर सकता है. अमित अब दूसरे किसानों को भी बागवानी फसलों के लिए प्रेरित करते हैं. अमित की इस सफलता भरी कहानी को जिले के बागवानी विभाग के अधिकारी भी उनके इन प्रयासों की काफी सराहना करते हैं.