देश के अलग-अलग हिस्सों में स्ट्रॉबेरी की खेती के प्रति किसानों का रुझान बढ़ रहा है. दरअसल, स्ट्रॉबेरी की खेती में शुरूआत में थोड़ा जोखिम तो है लेकिन इसके बाद इससे अच्छा मुनाफा लिया जा सकता है. कर्नाटक के शशिधर चिक्कपा स्ट्रॉबेरी की खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. इससे पहले वे महाराष्ट्र में रहते थे और खुद का कंस्ट्रक्शन का काम करते थे. जिससे उन्हें अच्छा खासा पैसा भी मिल रहा था लेकिन एक दिन इस काम से मन उकता गया और उन्होंने स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की.
ऐसे मिली प्रेरणा
शशिधर का कहना है कि वे महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में रहते थे और यहीं कंस्ट्रक्शन का काम करते थे. यह क्षेत्र स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए जाना जाता है. यहीं के किसानों को देखकर उन्हें स्ट्रॉबेरी की खेती करने का ख्याल आया. आज वे अपने खेत से लगभग 30 टन स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करते हैं जिससे उन्हें एक सीजन में 8 लाख रूपए का मुनाफा हुआ. उन्होंने स्ट्रॉबेरी के अलावा वे अन्य फलों का उत्पादन कर रहे हैं जिससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है. वे बताते हैं कि वे केवल 10वीं तक पढ़े हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उनका कहना है कि स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए मैंने महाराष्ट्र में रहकर एक साल के लिए ट्रैनिंग ली है. उसके बाद ही इसकी खेती शुरू की.
कैलिफोर्नियां से मंगाए पौधे
उन्होंने बताया कि एक साल की ट्रैनिंग के दौरान उन्होंने स्ट्रॉबेरी की खेती करने के तौर तरीके सीखें. जिसके बाद उन्हें यह विश्वास हो गया कि वह इसकी खेती कर सकते हैं तो उन्होंने एक एजेंट के जरिए कैलिफोर्नियां से इसके प्लांट मंगवाए. यहां से मंगाए 250 स्ट्रॉबेरी के पौधों को उन्होंने खेत में लगाया, लेकिन इसमें से कुछ पौधे ख़राब हो गए. उस समय लोगों ने कहा कि यहां का मौसम इसकी खेती के लिए अनुकूल नहीं है. दरअसल, स्ट्रॉबेरी की खेती ठंडे इलाके में होती है गर्म में नहीं. इसके बावजूद उन्होंने स्ट्रॉबेरी की खेती को नहीं छोड़ा. आज शशिधर अपने क्षेत्र के कई किसानों को स्ट्रॉबेरी की खेती की बारीकियां सिखा रहे हैं.
30 हजार से ज्यादा प्लांट
250 पौधे से स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू करने वाले शशिधर के पास आज 30 हजार से ज्यादा स्ट्रॉबेरी के प्लांट हैं. वे चार प्रकार की किस्मों की खेती करते हैं. साथ ही अब उन्होंने स्ट्रॉबेरी से बने प्रोडक्ट जैसे जैम, जेली और चॉकलेट बनाना शुरू कर दिया है जिसे मार्केट में सप्लाई करते हैं. वहीं शशिधर स्ट्रॉबेरी के पौधोंको बेचकर भी अच्छी कमाई कर रहे हैं. वे आसपास के नए किसानों को महज 10 रुपए में स्ट्रॉबेरी का एक पौधा मुहैया करा रहे हैं. साथ ही वे स्ट्रॉबेरी के प्रोडक्ट कई बड़े फूड सुपर मार्केट और कंपनियों को करते हैं. उनके साथ आज 20 अन्य लोग काम करते हैं.