IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित LPG Price Cut: महंगाई से बड़ी राहत! घट गए एलपीजी सिलेंडर के दाम, जानें नए रेट Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 6 July, 2019 1:48 PM IST

आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसे किसान के बारे में जो कि मछलीपालन के सहारे कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का भरपूर प्रयास कर रहे है. दरअसल उत्तर प्रदेश के देवरिया के अबबूकर मोहल्ले के रहने वाले राशिद खान ने इजरायल तकनीक को अपनाकर मछलीपालन करने का कार्य शुरू किया है. उन्होंने घर के सामने खाली पड़ी हुई जमीन में कुल 11 हजार मछलियों को पालने का कार्य किया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि ऐसा करके वह काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते है. राशिद खान मूल रूप से एक इंटर कॉलेज के प्रबंधक है एक बार वह कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के साथ छह माह पूर्व वह आचार्य नरेंद्र देवकृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद में लगी एक प्रदर्शनी में गए थे. वहां से प्रेरणा लेकर उन्होंने नई तकनीक से मत्स्य पालन करने का निर्णय लिया और तभी से यह कार्य शुरू कर दिया. उन्होंने मछलीपालन के लिए यू-टयूब से भी जानकारी ली है. इसके लिए राशिद खान ने अपने घर की जमीन में चार डाया मीटर की दो टंकी बनवाई है और 11 हजार मछलियों को इसमें डाला है. इन टंकी की गहराई 1.20 मीटर है. दो महीनों में यह मछलियां बड़ी हो जाएगी.

बांग्लादेश से मंगवाया मछली का बच्चा

राशिद खान कहते है कि बैंकर और सिन्ही प्रजाति के बच्चों को बांग्लादेश से मंगवाया गया है. सिन्ही मछली के बच्चे के लिए चार रूपए प्रति और बैंकर के लिए 2.25 रूपये प्रति बच्चा लगा है. सिन्ही मछली 400 रूपये और बैंकर 150 रूपए प्रति किलोग्राम के भाव से बाजार में बिक जाएगी.

ऐसे बनाया पूरा सिस्टम

राशिद खान कहते है कि दोनों टंकी को बनवाने में करीब 50 हजार रूपये का खर्च आया है. लोहे की जाली से गोलाकार टंकी बनाई गई है. अंदर मजबूत तिरपाल लगाया गया है. दोनों ही टंकियों को जालीदार छत से घेर लिया गया है. उसके नीचे पॉलीथीन लगाई गई है. जिससे तेज धूप का कोई भी असर न हो. इन मछलियों के लिए 28 से 35 डिग्री सेल्सियस का तापमान उत्तम रहता है. पानी में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन देने के लिए मशीने भी लगाई गई है. बिजली न होने पर यह इन्वर्टर से चलता है. पानी को निकालने के लिए अलग से पाइप लगी है.

देखभाल में नहीं है मेहनत

इजरायली तकनीक से मछली पालन की शुरूआत करने वाले राशिद खान जिले के पहले ऐसे शख्स है, वह बताते है कि गोरखपुर में दो लोगों ने यह काम को शुरू किया है. इंडोनेशिया में यह काम घर पर ही होता है. वह बताते है कि इसमें कोई मेहनत नहीं है. सुबह और शाम मछलियों को दाना डालने का काम किया जाता है. यहां के मछलीपालन से हटकर इसमें बैक्टीरिया भी डालनी पड़ती है. यह मछली पूरी तरह से आर्गेनिक है.

English Summary: Israel technology earns huge profits from its fisheries
Published on: 06 July 2019, 01:50 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now