कहते है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. जी हाँ यह कहावत बिल्कुल सही है. अगर इंसान मेहनत करे, तो वह सब कुछ कर सकता है जिसकी वो चाहत रखता है. आज हम आपको एक ऐसे ही सफल कहानी बताने जा रहे हैं. एक ऐसे सफल किसान के बारे में जिन्होंने अपने मेहनत के दम पर उन्नत खेती कर रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने खेती के दम पर अपनी पहंचान तो बनाई ही साथ ही पुरस्कार भी अपने नाम किया.
आपको बता दें खुशहाल गंज गांव के रहने वाले एक युवा किसान नारायण दत्त ने शेड-नेट विधि (shade-net method) के तरीकों से अपने खेतों में लाल-पीले शिमला मिर्च और पत्ता गोभी की खेती (Cultivation of red-yellow capsicum and cabbage) कर एक बढ़िया जीवनयापन कर रहे हैं. किसान नारायण अपने आस-पास के किसानों के लिए भी एक उदाहरण बन गए हैं. गांव के कई किसान भाई नारायण दत्ता की उन्नत तरीकों व विधि को जानने के लिए उनके खेत पर उनसे मिलने आते रहते हैं.
आपको बता दें कि नारायण अपने खेत में वैज्ञानिक विधि (Scientific method) का सबसे अधिक उपयोग करते है. जिससे वह खेती में अपनी सोच से भी अधिक लाभ कमाते है. खेती के उन्नत तरीकों (advanced farming methods) के कारण ही नारायण ने तीन बार कृषि विभाग (Agriculture Department) से पुरस्कार भी जीता है. वर्तमान समय में नारायण होटलों, ढाबों पर पत्तागोभी व खीरे की सबसे अधिक सप्लाई कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
बाजार में पत्ता गोभी की कीमत (Cabbage price in the market)
नारायण करते है कि मैं अपने खेत से अधिक मात्रा में उत्पादन प्राप्त करने के लिए आधे एकड़ खेत में उन्नत किस्म के बीजों की बुआई कर टपक सिंचाई विधि का इस्तेमाल करता हूँ. साथ ही पानी और घुलनशील उर्वरक का प्रयोग उन्नत खेती के लिए करता हूँ. उनके खेत में आज कई मजदूर और किसान काम करते हैं. उन्होंने लोगों को एक अच्छा रोजगार भी दे रखा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नवंबर के महीने में पत्ता गोभी की कीमत (cabbage price) 30 से 50 रूपए तक बिकती है और वहीं यह अक्टूबर में 80 रुपए तक चली जाती है.
युवा किसान नारायण को मिले पुरस्कार (Young farmer Narayan received the award)
- सबसे पहले युवा किसान नारायणा को साल 2019 में किसान सम्मान दिवस (Farmers honor day) के समय शिमला मिर्च की संरक्षित खेती के लिए मुख्य विकास अधिकारी एवं राजकीय उद्यान अधीक्षक ने 7 हजार का नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था.
- इसके बाद उन्हें 23दिसंबर 2021 को फिर से किसान सम्मान दिवस पर विकास अधिकारी अनिता यादव एवं उप कृषि निदेशक डॉ. संजय कुमार त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था.
- नारायणा को75 वें भारत अमृत महोत्सव के दौरान भी अपने खेत में शिमला मिर्च की संरक्षित खेती करने पर सांसद लल्लू सिंह, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और उप कृषि निदेशक ने उन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया.