किसान अब अपनी आय में वृद्धि करने के लिए खेती के साथ-साथ नई नई तरीकों को अपना रहे हैं, जिसके चलते अब किसान खुद भी नए- नए प्रयोग कर सफलता को हासिल कर रहे हैं. इसके अलावा किसानों को सरकारी की तरफ से भी आर्थिक तौर पर मदद की जा रही है. किसान भाइयों के लिए सरकार समय-समय पर कई बेहतरीन योजनाएं को लॉन्च करती रहती है.
इस किसान ने की उत्पादन की वैल्यू एडिशन (This farmer did value addition of production)
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ गांव में रहने वाले एक किसान ने सरकार की योजनाओं की मदद से मसाला प्रोसेसिंग यूनिट (Spice Processing Unit) लगाया है. इसे लगाने के बाद किसान अपनी फसल का वैल्यू एडिशन कर रहे हैं. इस विषय में किसान थूंड़ा सिंह का कहना है कि जब वह सरकार की PMFME योजना के तहत हल्दी और अन्य मसालों की ही खेती करते थे, लेकिन इनकी खेती से उन्होंने कुछ खास लाभ प्राप्त नहीं होती है, इसलिए किसान थूंडा सिंह ने अपने उत्पादन की वैल्यू एडिशन करने की और आगे बढ़े गए. इसके लिए थूड़ा सिंह को लगभग 60 रुपए की लागत से लैस मसाला प्रसंस्करण इकाई को शुरू किया है.
किसान थूड़ा सिंह का कहना है कि आज वह जो कुछ है प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (Prime Minister's Micro Food Processing Enterprises Scheme) के तहत है. उन्होंने कहा कि वह कृषि विभाग से समय-समय पर सरकार की सभी योजनाओं के बारे में पता करते रहते है. इस योजना के बारे में भी उन्हें कृषि विभाग से मिली है.
बेटा का मिला भरपूर सहयोग (son got full support)
मसाला प्रोसेसिंग यूनिट में किसान थूड़ा सिंह को उनके बेटा का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है. उनका बेटा परवीन सिंह सेना से रिटायर्ड है तब से लेकर अब तक मसाला प्रोसेसिंग यूनिट का ज्यादातर काम उनका बेटा ही देख रहा है. मसाला प्रोसेसिंग यूनिट (Spice Processing Unit) के लिए किसान थूड़ा सिंह और उनका बेटा गांव के अन्य लोगों को भी इस तरीके से लाभ कमाने के लिए प्रोत्साहित करते रहते है.
10 लाख रुपए तक सब्सिडी (Subsidy up to Rs 10 lakh)
अगर आप भी मसाला प्रोसेसिंग यूनिट से लाभ कमाना चाहते हैं, तो आप सरकार की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग योजना (Prime Minister's Micro Food Processing Industries Scheme) के द्वारा मिलने वाली सब्सिडी से इसे शुरू कर सकते हैं.
सरकार की इस योजना के तहत किसानों को मसाला प्रोसेसिंग यूनिट के लिए करीब 10 लाख रुपए तक सरलता से लोन उपलब्ध करवाया जाता है. ताकि आप भी बाकी किसानों की तरह अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सके.