दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का मुख्य उद्देश्य गरीबों तक पहुंच बनाना, उन्हें रोजी-रोटी के अवसर उपलब्ध कराना व गरीबी से उबरने तक उनके साथ बने रहना है. इस सिद्धांत पर आधारित है कि गरीबों में अपार क्षमताएं विद्यमान हैं
और वे उद्यमी हैं. यदि उन्हें उचित अवसर तथा सहारा मिल जाए, तो वे गरीबी से उबर सकते हैं. आजीविका मिशन के समूह की महिलाएं कम जमीन में वैज्ञानिक विधि से सब्जी उत्पादन करके, जीविकोपार्जन कर रही हैं.\
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प्लास्टिक मलचिंग तकनीकी का प्रयोग कर वर्तमान में खीरा एवं तरबूज का उत्पादन प्रारम्भ होने लगा है तथा नगद आमदनी मिलनी शुरू हो गयी है. इस कार्य में पति का भी पूर्ण सहयोग मिल रहा है। बेमौसमी सब्जी उत्पादन में पानी कम लगता है तथा कम जमीन पर ज्यादा पैदावार मिलती है. सब्जी का मूल्य अन्य मौसमी सब्जियों की अपेक्षा ज्यादा मिलता है. इस प्रकार बेमौसमी सब्जी की खेती प्रारम्भ करके समूह की दीदी ने एक प्रेरणादायी मिसाल कायम की है. बेमौसमी सब्जी की खेती को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं तथा उनके इस कार्य/प्रयास की सराहना कर रहे हैं.
बेमौसमी सब्जी के उत्पादन से दीदियों को सालभर रोजगार मिलने के साथ-साथ ताजा व पौष्टिक सब्जियां मिल रही हैं. फलस्वरूप आमदनी में नगद वृद्धि होने के साथ ही कुपोषण जैसी समस्या का भी सफलतापूर्वक सामना करने में ग्रामीण दीदीया सक्षम हो रही हैं. निश्चित ही बेमौसमी सब्जियों की खेती दीदियों के चेहरे पर विजयी मुस्कान देने में सफल रही है.
डॉ. नन्दकिशोर साह
ग्राम पोस्ट-बनकटवा,भाया- धोड़ासहन
जिला-पूर्वी चम्पारण
बिहार-845303
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Mob. No.09934797610, 8210409682