Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 26 June, 2019 2:23 PM IST

जी हां यह सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन यह सच है कि एक व्यक्ति को बागवानी से इतना शौक है कि उसने अपने घर को ही बगिया में बदल डाला है. दरअसल छत्तीसगढ़ के जंजगीर चंपा में शहर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले संदीप सिंह ठाकुर की बागवानी के प्रति दीवानगी देखते ही बनती है. उन्होंने अपने घर को ही एक सुंदर बगिया में बदल दिया है. उनके इस बगीचे में अनेक प्रजाति के फल के साथ ही ढेर सारी सब्जी और पुष्प के पौधे लगे हुए हैं. जहां भी यह पता चलता है कि फल व पुष्प है वहां से खरीददार अपने बगीचे में पौध को लाकर लगाते हैं. इसकी देखरेख में भी वह हर रोज सुबह शाम दो घंटे तक देते हैं  जिससे बगीचा हरा भरा रहता है.

बगिया में उग रहे अलग-अलग तरह के फूल

संदीप सिंह कहते हैं कि उनको बागवानी का शौक है. उन्होने कहा कि उन्होंने कानून की पढाई की है. उसके बाद वह अभी आयकर अधिवक्ता का काम कर रहे हैं. उसके दादा किसान थे और उनको बागवानी का भी शौक था. दादा का शौक तो पोता पूरा करने में लगा हुआ है. अपने हाउसिंग बोर्ड के मकान में सामने और पीछे खाली जगह पड़ी हुई है. उन्होंने यहां पर कई तरह की किस्मों के पौधों को लगाया है. कई ऐसे पौधे है जो कि ठंड वाले क्षेत्र में पाए जाते है . उन्होंने कड़ी मेहनत करके बागवानी को लगाया है. वह बगीचे की सफाई करने के साथ ही आफिस जाते हैं  और सीधे घर आने के बाद फिर से बगीचे की साफ सफाई और देखभाल में लग जाते है. उन्होंने घर के आगे और पीछे खाली मैदान को पूरी तरह से बागिया में बदल डाला है. घर के पीछे वाले भाग में तरह-तरह के फल लगे है. सामने  वाले भाग में कई तरह के पुष्प लगे हैं. इस कार्य में उनके भाई भी उनकी मदद करते है. उनके बगीचे में चंपा, गेंदा, गुलमोहर, सूरजमुखी, गुलमेंहदी, सहित कई पुष्प लगे है. वह पेड़ों की देखभाल का कार्य निरंतर कर रहे है.

गमले में लगा कटहल

घरों की छत पर उन्होंने दो दर्जन गमलों में कई तरह के फल और सब्जी लगा रखे हैं .जिसमें खास तरह का कटहल लगा हुआ है. इस गमले में लगा हुआ कटहल दो फीट का है लेकिन उसमें भी अब फल लग चुके हैं.

छोटी बगिया में फलों की भरमार

इस बगिया में आम, स्ट्रॉबेरी, नींबू, अंजीर, संतरा, अनार, नाशपाती, लीची, अंगूर,अमरूद, बारहमासी सहित कई तरह के फल लगे हुए हैं.

घर में बागवानी से हुए फायदें

वह कहते है कि घर में बागवानी होने से बाहर जाकर व्यायाम करने की जरूरत नहीं होती है.हम सभी अपने ही बगीचों में आराम करके अच्छा व्यायाम कर सकते हैं.

इससे वातावरण भी पूरी तरह से शुद्ध रहता है. पौधे भी ज्यादा ऑक्सीजन को छोड़ते है जिससे वह लंबे समय तक ठीक रहते है. यही वजह है कि शहरों की तुलना में गांव के लोग कम बीमार पड़ रहे है. साथ ही बागवानी होने से घर में सुंदरता के चार चांद लग जाते है.

English Summary: Due to the increase in gardening by putting bugs in the house
Published on: 26 June 2019, 02:30 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now