बिहार में प्राकृतिक खेती को मिलेगी रफ्तार, 38 जिलों में लागू होगी नई योजना, बढ़ेगी किसानों की आय किसानों को बड़ी राहत! कृषि यंत्र बैंक और हायरिंग सेंटर पर मिल रही लाखों की सब्सिडी, 25 जुलाई तक आवेदन अनिवार्य अगले 7 दिनों तक यूपी, राजस्थान और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में सक्रिय रहेगा मानसून, IMD ने जारी किया अलर्ट किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 8 February, 2021 7:04 PM IST
Dr. Ajay Bohra

देश में कई ऐसे युवा किसान है जिन्होंने बड़ी-बड़ी डिग्रियां लेने के बावजूद खेती को अपनाया है. इसमें एक नाम अब हरियाणा के भिवानी जिले के निमड़ीवाली गांव के डॉ अजय बोहरा का भी जुड़ गया है. वे न सिर्फ खुद खेती कर रहे हैं बल्कि अपने क्षेत्र के अन्य किसानों को भी ऑर्गनिक खेती करने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित कर रहे हैं. तो आइये जानते हैं डॉ अजय बोहरा की कहानी.

5 एकड़ में लगाएं  एप्पल बेर

डॉ अजय ने बताया कि उन्होंने अपनी 5 एकड़ जमीन में थाई एप्पल बेर की किस्म लगा रखी हैं. इसके पौधों को 12x12 फीट की दूरी पर लगाया जाता है. इस तरह प्रति एकड़ में 225 पौधे आसानी से लगाए जा सकते हैं. एप्पल बेर की इस किस्म में डेढ़ साल बाद ही फ्रूट आने लगते हैं. पहली तुड़ाई में प्रति पौधे से 20 से 25 किलो फल मिलता है. वहीं 4 से 5 साल बाद परिपक्व अवस्था में प्रति पौधे से 80 किलो से 1 क्विंटल तक का उत्पादन लिया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इस किस्म का एप्पल बेर सौ से सवा सौ ग्राम का होता है.

5 से 7 लाख की कमाई

2009 लॉ डिग्री लेने बाद डॉ अजय बोहरा ने वकालत की बजाय अपना खुद का टाइल्स का बिजनेस शुरू किया. लेकिन इस बिजनेस को उन्होंने साल 2018 में बंद कर दिया. आज वे एप्पल बेर समेत अन्य फसलों की जैविक खेती कर रहे हैं. यही वजह हैं कि उनकी फसल खेत से ही बिक जाती है. डॉ. अजय बताते हैं कि पहले साल उन्हें 2.5 लाख रूपये की कमाई हुई थी. वहीं इस साल 5 से 7 लाख रूपये की कमाई होने की संभावना है. 

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें

नाम : डॉ अजय बोहरा

मोबाइल नंबर: 94165-24495

पता : निमड़ीवाली, जिला भिवानी, हरियाणा 

English Summary: Dr. Ajay Bohra started to quit business, is earning millions of rupees for apple plum farming today
Published on: 08 February 2021, 07:06 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now