Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 April, 2019 4:27 PM IST

कहा जाता है कि व्यक्ति अगर एक बार जो मन में ठान लें और उसे करने के पीछे पड़ जाए तो वह जल्द ही पूरा हो जाता है. ऐसा ही कुछ कारनामा बिहार के मधुबनी में रहने वाले किसान अशोक कुमार ने किया है. पहले बिहार के मधुबनी में रहने वाले अशोक सिर्फ मछली बीज का उत्पादन करते थे फिर उन्होंने नए जमाने में नए तरीके से खेती के महत्व को समझ लिया है. आज इसके जरिए सालाना 50 लाख रूपये कमा लिए जाते है. उन्होंने कुल संसाधनों से लगभग 50 लाख रूपये की आमदनी होती है और कुल 25 लाख रूपये खर्च हो जाता है. इस तरह से अशोक को 25 लाख की शुद्ध आय होती है. इनकी इस तरह की उपलब्धियों के चलते राज्य सरकार कई बार इनकों पुरस्कार से सम्मानित भी कर चुकी है. नए जमाने की खेती

किसान समेकित कृषि समेकित प्रणाली एक ऐसी प्रणाली होती है जिसमें फसल के उत्पादन, मवेशी पालन, सब्जी, मछली पालन और वानिकी का इस प्रकार समायोजन किया जाता है. इसके कारण वह एक दूसरे के पूरक हो जाते है. इस तरह से किसान अपनी आमदनी को आसानी से बढ़ा लेता है और आमदनी कई गुना हो जाती है. अशोक कुमार सिंह भी अपनी पुस्तैनी जमीन में विभिन्न प्रकार की फसलों के बाद बागवानी, पशुपालन और मछलीपालन भी कर रहे है और अच्छी आमदनी को कमा रहे है. इनके इस काम के चलते दूसरे किसानों को भी राह दिखाई दी है. यह मुख्य रूप से मछली बीज को बेचकर तैयार करते है.

तैयार कर रहे आलू व सब्जी

यह पांच एकड़ के क्षेत्र में धान और गेंहू, डेढ़ एकड़ में आलू और सब्जियों में खेती और अन्य सभी तरह के पशुपालन के कार्य को करते है. इतना ही नहीं वह मछली पालन के साथ मखाने की खेती भी कर रहे है. वह तालाबों की मेड़ों पर लत्तर वाली सब्जियों की खेती कर रहे है. वह अन्य पशुओं के खाद से मिलने वाले गोबर से बायोगैस और वर्मीकंपोस्ट बनाते है. अशोक कुमार बता रहे है कि इस तरह से सालाना कुल संसाधनों से लगभग 50 लाख रूपये की आमदनी होती है. इससे 25 लाख रूपये खर्च भी हो जाता है.

English Summary: By farming this farmer earning 25 lakh rupees annually
Published on: 27 April 2019, 04:35 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now