GFBN Story: कैसे लखन यादव ने बांस और प्राकृतिक खेती से खड़ा किया 2 करोड़ का एग्रो-बिजनेस बिहार की लीची है अद्भुत! वैज्ञानिक रिसर्च से बढ़ेगी शेल्फ लाइफ: केंद्रीय कृषि मंत्री GFBN Story: रिटायरमेंट के बाद इंजीनियर शाह नवाज खान ने शुरू की नींबू की खेती, अब कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 28 September, 2023 10:58 AM IST
Poultry farming business

सफलता की कहानी: कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से छोटे किसानों को अपनी आर्थिक स्थिति को लगातार बेहतर कर रहे हैं. यहां पर किसानों कृषि के साथ-साथ सहायक व्यवसाय अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि वह अपनी आय का स्त्रोत बढ़ा सकें. मुर्गीपालन एक ऐसा लाभदायक व्यवसाय है जिसे किसान खेती के साथ आराम के कर सकते हैं. ऐसे ही एक सफलता की कहानी पंजाब के मनसा जिले के गांव तलबवाला की है, जहां के किसान ने खेती के साथ-साथ मुर्गीपालन का व्यवसाय शुरु किया और आज वह काफी अच्छी कमाई कर रहे हैं. 

आपको बता दें, मनसा जिले के रहने वाले जगसीर सिंह अपनी 5 एकड़ की जमीन पर पारंपरिक फसलों की खेती करते थे. जगसीर सिंह ने  2016 में सिविल इंजीनियरिंग में उत्तीर्ण और डिप्लोमा किया और उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद ऑस्ट्रेलिया जाकर वहां नौकरी कर रहे थे. परिवार से दूर रहने के कारण उनका मन वहां नहीं लग रहा था. फिर उन्होंने नौकरी छोड़ घर की खेती के साथ एक सहायक व्यवसाय के तौर पर मुर्गी पालन का काम शुरु किया.

कृषि विज्ञान केंद्र का योगदान

मुर्गी पालन का काम शुरू करने से पहले उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र मानसा से पोल्ट्री फार्म के कब्जे के बारे में जानकारी ली. शुरुआत में उन्होंने 5000 मुर्गियों की क्षमता वाला एक पोल्ट्री फार्म किराए पर लिया और अनुबंध के तहत पहले साल में मुर्गी की बिक्री से थोड़ा बहुत मुनाफा हुआ. इससे प्रोत्साहित होकर जगसीर सिंह ने साल 2021 में अपना खुद का पोल्ट्री फार्म बनाया, जिसकी क्षमता 6,000 मुर्गियों की थी.

परिवार साथ

जगसीर सिंह बताते हैं कि उनके इस काम में उनका पूरी परिवार सहयोग देता हैं. इस व्यवसाय में पक्षियों की मृत्यु दर को लिए वह ब्रूडिंग के दौरान तापमान रखरखाव और पक्षियों के करीबी अवलोकन पर विशेष ध्यान देते हैं. वह समय पर टीकाकरण और नियमित तौर पर फार्म की सफाई भी करते हैं.

ये भी पढ़ें: किसान ने लिया रिस्क, 2 एकड़ खेती से मिला 8 लाख का लाभ, पढ़ें सफलता की कहानी

कमाई

जगसीर सिंह बताते हैं कि गर्मी के मौसम में 35 से 40 दिनों में एक दिन के चूजे का औसत वजन 1800-2000 ग्राम होता है, जबकि सर्दी के मौसम में एक दिन के चूजे का औसत वजन 2200 से 2400 ग्राम होता है. उन्हें कंपनी के साथ अनुबंध खेती के तहत प्रति किलोग्राम चूजे के वजन पर 6 से 8 रुपये का लाभ मिलता है. उन्हें सालाना 6 से 7 लाख रुपये का मुनाफा मिल जाता है.

English Summary: After quit the job and started poultry farming business
Published on: 28 September 2023, 11:01 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now