RFOI Awards 2024: नीतूबेन पटेल के सिर सजा 'रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड का ताज: कृषि उद्यमिता और प्राकृतिक खेती में अद्वितीय योगदान की मिली मान्यता RFOI Awards 2024: युवराज परिहार को MFOI अवार्ड्स 2024 में मिला ‘फ़र्स्ट रनर-अप रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया’ अवार्ड MFOI Award 2024: भारत के प्रगतिशील किसानों का भव्य सम्मान समारोह, कार्यक्रम में सैकड़ों कृषकों ने लिया भाग केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 February, 2019 4:57 PM IST

कृषि क्षेत्र में कई तरह की नई-नई तकनीकों का समावेश हो गया है. इससे कृषि के क्षेत्र में कई तरह के परिवर्तन दिखाई देने लगे है. साथ ही युवा पीढ़ी की कृषि के क्षेत्र में करियर बनाने में काफी रूचि बढ़ती जा रही है. दरअसल प्रगतिशील भारत में समय के साथ खेती-किसानी और कई तरह के अन्य बदलाव देखने को मिल रहे है. आज कृषि क्षेत्र की जानकारी के लिए कई तरह की नई बेवसाइट और पोर्टल खुल गए हैं. इसके साथ ही आप इन दिनों इस्तेमाल में लाए जाने वाले नई टेक्नोलॉजी से फसल बुवाई से लेकर कीटनाशकों के छिड़काव और फसल कटाई तक की पूरी प्रक्रिया आसानी से कर सकते हैं. यही कारण है कि आज देश के नये-नये युवा सिर्फ डॉक्टरी और इंजीनियरिंग से भगाकर, खेती की तरफ अपने भविष्य को तलाशने में लगे है.

कृषि क्षेत्र में व्यापक अवसर

देश के कई हिस्सों में आज युवा कृषि क्षेत्र में जुड़े व्यवसायों को अपनाकर गुणवत्तापूर्वक फसल को उगाने का कार्य कर रहे है. इसके अलावा कृषि कार्य करके वह आर्थिक रूप से भी अपने आप को मजबूत बना रहे है. दरअसल भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि का अर्थ यहां पर बेहद ही व्यापक है. इसमें फसल उत्पादन, पशुओं की खेती, मत्स्य पालन आदि कई तरह के पहलुओं पर विचार किया जाता है और उन महत्वपूर्ण बिदुओं पर अहम कार्य होता है. इसके अलावा कृषि क्षेत्र में कई डिप्लोमा, डिग्री और सार्टिफिकेट के कोर्स है जिनको पूरा करके आप बेहतर कैरियर बना सकते है.

नई तकनीक जानना जरूरी

तकनीक ने भारतीय कृषि में भी कई स्तर पर बदलाव किए है. इसके साथ ही ट्रैक्टर,रोटावेटर, थ्रेसर, पावर टिलर आदि के प्रयोग से फार्म मशीनरी में कई तरह के तकनीकी बदलाव आए है. सीड ड्रिल मशीन, लैंड लेवलर, प्लांटर, ड्राइवर लैस ट्रैक्टर हार्वेस्टर जैसी तकनीकों से भारतीय कृषि में कई बदलाव तेजी से आ रहे है.

करें कृषि कोर्स

अगर कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ना है तो आपके लिए कई तरह के कृषि से संबंधी पाठ्यक्रम के कई विकल्प खुले हुए है. इसके बाद सार्टिफिकेट इन एग्रीकल्चर साइंस, डिप्लोमा कोर्स और बीएससी इन एग्रीकल्चर जैसे कोर्स कर सकते है. बैचलर डिग्री और डिप्लोमा के बाद आप मास्टर की डिग्री भी ले सकते है.

लेबलिंग कंपनियों की जरूरत है

हाल ही में कईं भारतीय स्टार्टअप ने क्लीन लेबलिंग का ट्रेंड काफी ज्यादा स्तर पर बनाया है. देश में रॉ प्रेशरी, पेपरबोट, जस डिजाइन, एंटीडॉट जैसी कई क्लीन लेबले कंपनियों अपने ग्राहकों को पैष्टिक जीवनशैली को उपलब्ध करवाने के लिए टैलेंटेड लोगों को तलाश रही है. इस तरह के प्रयास से कृषि क्षेत्र में कई तरह के परिवर्तन आ सकते है.

English Summary: Youth trends in agricultural sector
Published on: 22 February 2019, 05:02 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now