रक्षाबंधन का समय नजदीक है, ऐसे में बाजार में राखियों की मांग बढ़ गई है. लेकिन इस बार बाजार का माहौल पहले की अपेक्षा कुछ अलग है. चीनी उत्पादों के बहिष्कार के कारण लघु उद्द्योग में कमाई की संभावनाओं का दौर जारी है. इस बार चीन की राखियों की अपेक्षा स्वदेशी राखियों की खूब मांग है. पिछले कुछ सालों में लोग पर्यावरण के प्रति सचेत हुए हैं, शायद यही कारण है कि प्राकृतिक उत्पादों को खूब पसंद किया जा रहा है. चलिए आज इस आर्टिकल की मदद से हम आपको बताएंगें कि कैसे आप प्लास्टिक, फोम एवं मोती आदि की अपेक्षा पेड़-पौधों के पत्तों से आप राखी कैसे बना सकते हैं.
आत्मनिर्भर भारत को सहयोग
वैसे पत्तों से राखी बनाने का बिजनेस कोई भी कर सकता है, लेकिन कलात्मक लोगों के लिए इस काम को करना थोड़ा ज्यादा आसान है. इस काम के सहारे न सिर्फ आत्मनिर्भर भारत अभियान को सहयोग मिलेगा, बल्कि आप पर्यावरण को भी बचाने में अपना योगदान निभा पाएंगें.
ये खबर भी पढ़े: Small Business idea: घर से महज 10 हजार से भी कम निवेश में शुरू करें ये 2 बेहतरीन बिजनेस, बढ़ेगी डिमांड
कच्चा माल
प्राकृतिक राखी कई तरह के पेड़-पौधों से बनाया जा सकता है, लेकिन इसके ताड़-खजूर का पत्ता इसके लिए सबसे उपयुक्त है. इसके साथ ही आपको गोंधा घास, फूल, कागज, रेशमी धागा और जूट आदि की जरूरत पड़ेगी.
राखी बनाने का तरीका
राखी बनाने के लिए पत्तों को गोलकार आकृति में काट लें. आप चाहें तो इन्हें रंग भी सकते हैं. अब धागे की सहायता से इन पर अपने मनपसंद फूल को गूंथ लें. आप चाहें तो रंगीन कागज का उपयोग कर राखी को अधिक सुंदर बना सकते हैं. अब आप मोतियों को सुई की सहायता से एक एक कर रेशम के धागे में पिरोएं. इस तरह मोतियों को दोनों छोर में बराबर मात्रा में बांटना है. आपकी राखी तैयार है.
मार्केट
इस बिजनेस के लिए मार्केट आपको पड़ोस के बाजार में आसानी से मिल जाएगा. आप चाहें तो घर-घर जाकर भी राखियों को बेच सकते हैं. एक राखी पर आपको आराम से आपको औसत 20 से 30 रूपए मिल जाएगा.