Makhana Business: मखाने की खेती इन दिनों खूब चर्चित हो रही है. आखिर हो भी क्यों ना, क्योंकि यह सेहत के साथ-साथ स्वाद में भी लाजवाब है. हिंदू धर्म में मखाने को शुद्ध आहार का दर्जा भी प्राप्त है. लोग इसे व्रत व धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग में लाते हैं. इसलिए इसे सुपरफुड भी कहा जाता है.
भारत को मखाने का हब माना जाता है. दुनिया का 80 से 90 फीसदी मखाने का उत्पादन भारत में ही होता है. देखा जाए तो देश में 15 हजार हेक्टेयर में मखाने की खेती होती है, जिसमें से 80 से 90 फीसदी उत्पादन केवल बिहार में होता है. हाल ही में बिहार के मिथिला मखाना को जीआई टैग यानि की भौगोलिक उपदर्शन रजिस्ट्री भी मिल चुका है. जिससे मखाने को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिली है. यदि आप भी किसी बिजनेस की तलाश में हैं, तो मखाने का बिजनेस शुरू कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
कैसे होती है मखाने की खेती
मखाने की खेती मुख्यत: 2 तरीके से की जाती है. पहला तालाब में और दूसरा खेतों में. मखाने की फसल साल में 2 चक्रों में की जाती है. सितंबर – अक्टूबर और मार्च, अप्रैल. मखाने की खेती के लिए सबसे पहले नर्सरी तैयार कर लें. फिर उसमें 1.5 से 2 फुट पानी का जुगाड़ कर लें.
कैसे तैयार होता है मखाना?
सबसे पहले बाजार से मखाने के बीज खरीद लें. इसके बाद मखाने के बीज को तालाब में छिड़क दें. बीज डालने के लगभग 35 से 40 दिनों के बाद यह पानी के अंदर उगने शुरू हो जाते हैं. जिसके बाद कुछ दिनों में इसके पौधों पानी के ऊपर दिखने लगते हैं. इसके लगभग 1.5 महीने बाद फल पक जाता है तथा गूदेदार फल फटने शुरू हो जाते हैं. जिसके बाद आप इसे तालाब में ही छोड़ दें. फसल की कटाई के वक्त इसे निकाल लें, तथा खेत में इसकी अच्छी से धुलाई करें. धुलाई के बाद इसे धूप में सुखाया जाता है और फिर शुरू होती है इसकी मखाना बनने की प्रक्रिया. अब मखानों को एक गर्म कढ़ाई में भुन लें. इसके बाद एक लकड़ी के पटरे की सहायता से भुने हुए मखानों को हथौड़े से मारे. जिसके बाद वह फूटकर लावा बन जाएगा, जो कि बाजार में बिकने को तैयार होगा.
मखाने में आने वाला खर्च तथा मुनाफा
यदि आप 1 हेक्टेयर में मखाने की खेती करना शुरू करते हैं, तो तकरीबन 1 से 1.5 लाख रुपए का खर्च आएगा. बाजार में मखाना 500 से 600 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकता है, जबकि थोक बाजार मे 300 से 400 रुपए किलो. 1 हेक्टेयर में औसतन 16 क्विंटल का उत्पादन होता है, यानि की 1600 किलो. यदि आप बाजार में मखाने को 400 रुपए प्रति किलो की दर से भी बेचते हैं तो आपको 6,40,000 रुपए की कमाई होगी. यदि इसमें से लागत निकाल दी जाए तो आपको 5 लाख रुपए का शुद्ध लाभ मिलेगा.
बता दें कि मखाने के व्यवसाय के लिए बिहार सरकार सब्सिडी भी प्रदान कर रही है. लेकिन इस व्यवसाय को करने में मेहनत और श्रम बल बेहद अधिक लगता है .