अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! केले की पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं वायरल रोग, जानें इनके लक्षण और प्रबंधन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 17 April, 2022 12:53 PM IST
कड़कनाथ का कारोबार (Kadaknath Business)

महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) खेल के मैदान पर अपनी क्षमताओं के लिए काफी मशहूर हैं. बिजली की त्वरित सजगता के साथ एक चौकस विकेट-कीपर, धोनी ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी जगह बनाई है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. लेकिन धोनी सिर्फ यहीं तक ही सिमित नहीं है. दरअसल, क्रिकेट में अपनी समृद्ध विरासत के अलावा, धोनी का बटर चिकन (Butter Chicken) के प्रति प्रेम उनके फैंस के बीच काफी प्रसिद्ध है.

धोनी और कड़कनाथ (Dhoni and Kadaknath)

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कई व्यवसाय हैं जिसमें से एक पोल्ट्री फार्मिंग (Poultry Farming) में भी है. जहां वह काले मुर्गे की नस्ल कड़कनाथ (Kadaknath Chicken Business Profit) का कारोबार करते हैं. कड़कनाथ मुर्गे की दक्षिण भारत में अत्यधिक मांग हैं.

क्या है कड़कनाथ मुर्गे की खासियत (What is the specialty of Kadaknath chicken)

इस नस्ल के मांस और अंडे (Kadaknath Chicken and Egg) को बहुत स्वस्थ माना जाता है क्योंकि इनमें कोलेस्ट्रॉल कम होता है और ये प्रोटीन से भरपूर होते हैं. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल का मरीज भी इस नस्ल के मांस और अंडे का सेवन खुशी-खुशी कर सकता है. चूंकि इस नस्ल के मांस में कम वसा और कोलेस्ट्रॉल होता है, मधुमेह और हृदय रोगी इनका सेवन कर सकते हैं.

कहा जाता है कि कड़कनाथ मुर्गे की इस नस्ल की उत्पत्ति मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से हुई है. आम तौर पर, नियमित ब्रॉयलर को सामान्य आकार में आने में 45 दिन लगते हैं जबकि कड़कनाथ नस्ल को सामान्य वजन तक पहुंचने में छह से आठ महीने लगते हैं.

आमतौर पर आदिवासी समुदाय इस नस्ल को पालने में रुचि दिखाते हैं. Kadaknath नस्ल के मांस का रंग काला होता है जबकि अंडे का रंग हल्का गुलाबी रंग का होता है. साथ ही हैदराबाद में इसके मीट की कीमत 1,000 से 1,200 रुपये प्रति किलो और जीवित पक्षी की कीमत 850 रुपये प्रति किग्रा है.

कड़कनाथ मुर्गे का व्यवसाय कैसे करें (How to do kadaknath chicken business)

अगर आप कड़कनाथ मुर्गी का व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपको 100 मुर्गियां रखने के लिए 150 वर्ग फुट जगह चाहिए. साथ ही अगर आप एक हजार मुर्गियां रखना चाहते हैं तो आपको 1,500 वर्ग फुट जगह चाहिए. साथ ही मुर्गी शोर-शराबे से दूर होनी चाहिए. पानी और बिजली की प्रचुर आपूर्ति होनी चाहिए. 

कैसे रखें कड़कनाथ मुर्गे का ख्याल (How to take care of Kadaknath chicken)

कड़कनाथ के चूजों और मुर्गियों को अंधेरे में और रात में नहीं खाना देना चाहिए. चिकन शेड को हर दिन कुछ घंटों की रोशनी की जरूरत होती है.

साथ ही दो पोल्ट्री फार्म (Poultry Farm) एक दूसरे के करीब नहीं होने चाहिए. साथ ही पोल्ट्री फार्म में पर्याप्त हवा और रोशनी होनी चाहिए.

English Summary: Kadaknath Business Idea, M.S Dhoni does the business of this chicken, know what is so special about it
Published on: 17 April 2022, 12:55 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now