हाल के कुछ सालों में भारतीय बाजार में मशरूम (Mushroom) की मांग काफी बढ़ गई है. यही वजह है कि मशरूम उत्पादन (Mushroom Production) का बिजनेस खूब फलफूल रहा है. आमतौर पर चार तरह की मशरूम की खेती (Mushroom Business) की जाती है, जिसमें बटन मशरूम, ढिंगरी मशरूम, दूधिया मशरूम और पुआल मशरूम प्रमुख हैं.
ऐसे में मशरूम की खेती के साथ ही इसके बीज उत्पादन का बिजनेस भी बेहद फायदेमंद हो सकता है. दरअसल, मशरूम बीज या स्पॉन एक तरह का कवक जाल होता है. जिसे मशरूम कम्पोस्ट तैयार करके उगाया जाता है. मशरूम स्पॉन यूनिट (Mushroom Spawn Unit) लगाकर बहुत कमाई की जा सकती है.
इस बिजनेस की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें बीज निर्माण की लागत के बराबर कमाई की जा सकती है. तो आइए जानते हैं मशरूम बीज उत्पादन बिजनेस ((Mushroom Seed Production Business) कैसे शुरू करें और इसमें कितनी कमाई होगी.
मशरुम संवर्धन या कल्चर कैसे तैयार करें (How to Create a Mushroom Cultivation or Mushroom Culture)
मशरूम स्पॉन तैयार करने के लिए सबसे पहले कल्चर तैयार किया जाता है. शुरुआत में आप किसी ऑथोराइज्ड एजेंसी से प्राइमरी कल्चर खरीद सकते हैं. वहीं कल्चर (संवर्धन ) तैयार करने की तीन प्रमुख पद्धतियां है, जो इस प्रकार हैं-
1. सिंगल स्पोर कल्चर तकनीक
2. मल्टीपल स्पोर कल्चर तकनीक
3. टिश्यू कल्चर तकनी
मशरूम कल्चर बनाने का माध्यम (Complete preparation for making mushroom culture)
जिस तरह मशरूम कम्पोस्ट के माध्यम से उगाया जाता है, उसी तरह कल्चर को भी विभिन्न माध्यमों के जरिए तैयार किया जाता है. ऐसे कई माध्यम है जिसकी मदद से मशरूम का कल्चर तैयार किया जाता है. जो इस प्रकार है-पीडीए (आलू, ग्लुकोज और अगर (पदार्थ)), माल्ट एक्सट्रेक्ट (अगर माध्यम) आदि.
मशरूम स्पॉन तैयार करने के माध्यम (Complete preparation for mushrooms spawn)
कल्चर तैयार करने के बाद स्पॉन या बीज तैयार किया जाता है. बता दें कि बहुत से ऐसे पदार्थ है जो अकेले या फिर अन्य पदार्थो से मिलकर स्पॉन तैयार कर सकते हैं. जैसे, प्रचलित माध्यम है ज्वार, धान की पुआल, गेहूं, राई, कपास के अवशेष तथा चाय की पत्ती आदि.
1. अनाज स्पॉन (Wheat Spawn)- राई, ज्वार तथा गेहूं का उपयोग किया जाता है.
2. पुआल स्पॉन (Paddy Straw Spawn)- धान की पुआल का इस्तेमाल किया जाता है.
3. चाय स्पॉन (Tea Spawn) - उपयोग की गई चाय का प्रयोग.
4. कपास स्पॉन (Cotton Spawn) - इसमें कपास के अवशेष पदार्थो का प्रयोग किया जाता है.
5. खाद या भूसी स्पॉन (Manure or Husk spawn)- घोड़े की खाद या कमल के बीज के छिलकों का प्रयोग किया जाता है.
मशरूम बीज उत्पादन में लागत (Cost of mushroom seed production)
मशरूम की खेती के साथ-साथ मशरूम बीज उत्पादन बिजनेस से भी किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. भारत में मुख्यत: बटन मशरूम, ढींगरी मशरूम , दुधिया तथा पुआल मशरूम की खेती की जाती है. इन सभी किस्मों के बीज इन्हीं विधियों से तैयार की जाते हैं. तो आइए जानते शुरुआत में कितना निवेश करना होगा-
1. स्पॉन घर-इसमें 3 से 5 लाख रूपए का खर्च आता है. इसके लिए इनोकुलेशन कमरा (15 X10फीट), इन्क्यूबेशन कमरा (15 X10फीट), आटोक्लेविंग व मिश्रण कमरे (20X15) का निर्माण किया जाता है.
2. मशीन- स्पॉन उत्पादन के लिए 60 लीटर की ऑटोक्लेव मशीन (70 हजार), लैमिनार ऐयर फ्लो (1 लाख रूपए), हीटर (50 हजार), ए.सी. (60 हजार रूपए), स्प्रिट लैप (5 हजार), भगोना (10 हजार रुपए), बड़ी छलनी (10 हजार रुपए) की जरुरत होती है.
3. रॉ मटेरियल- रॉ मटेरियल में गेहूं, कैल्शियम सल्फेट, कैल्शियम कार्बोनेट, स्प्रिट, फार्मिलिन, बिना भीगने वाली रूई आदि. इसमें 30 से 50 हजार का खर्च आता है.
मशरूम स्पॉन बिजनेस से कमाई (Earning from mushroom spawn business)
शुरूआत में इस बिजनेस को शुरू करने में तक़रीबन 6 से 8 लाख रुपयों का निवेश करना पड़ता है. जिससे 2 से 5 क्विंटल बीज हर महीने तैयार किया जा सकता है. मशीनें तथा अन्य खर्चों की वजह से शुरूआत में अधिक खर्च होता है, लेकिन बाद में यह खर्च कम हो जाता है. अगर मुनाफे की बात करें तो अच्छी क्वालिटी का बीज बनाने में प्रति किलोग्राम 40 से 50 रूपए का खर्च होता है, इन बीजों को 80 से 100 रूपए किलो के भाव में आसानी से बेच सकते हैं. इस तरह प्रति किलो बीज पर 40 से 50 रूपए की कमाई की जा सकती है.