NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 19 June, 2023 12:46 PM IST
गोबर की टाइल्स (Cow Dung Tiles)

भारत में गाय का महत्व बहुत ही खास है. दरअसल, पुराने समय से ही गाय को माता का दर्जा दिया गया है. इसलिए इनसे जुड़े पदार्थों जैसे कि गौ-मूत्र, गोबर और दूध का इस्तेमाल कई तरह के कार्यों में किया जाता है. आज हम आपने इस लेख में गाय-भैंस के गोबर से जुड़े कुछ बेहतरीन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं.

दरअसल, जिसकी हम बात कर रहे हैं, वह गोबर की टाइल्स हैं, जो आज के दौर में बहुत ही अधिक लोकप्रिय बनती जा रही हैं. ये ही नहीं इन टाइल्स को ऑनलाइन बाजार में भी लोगों के द्वारा बहुत अधिक पसंद किया जा रहा है. तो आइए इस लेख में गोबर की टाइल्स (Cow Dung Tiles) के बारे में विस्तार से जानते हैं. ताकि आप इसके बिजनेस से अच्छा मुनाफा कमा सकें.

गोबर की टाइल्स के हैं कई फायदे

अगर आप गाय-भैंस का पालन करते हैं, तो आपके लिए यह सबसे अच्छा बिजनेस साबित हो सकता है. दरअसल, जिस गोबर को हम खेत में खाद या फिर ऐसे ही बेकार समझकर फेंक देते हैं. असल में आप इसे हजारों-लाखों की कमाई कर पाएंगे.

गाय के गोबर को बाजार में अच्छे दाम में बेच सकते हैं. क्योंकि कुछ कंपनी गोबर से बेहतरीन टाइल्स को बनाकर उच्च कीमत पर बेचती हैं.

गोबर की टाइल्स पूरी तरह से जैविक होती हैं.

इस टाइल्स से घऱ के तापमान को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है. रिसर्च में पाया गया है कि इसे घर का तापमान लगभग 5 से 8 प्रतिशत कम किया जा सकता है.

इन टाइल्स को घर में लगाने से वातावरण शुद्ध रहता है.

वहीं अगर हम बाजार में मिलने वाली पत्थर व मिट्टी की टाइल्स की बात करें, तो इसे घर में लगाने से आपके घर का तापमान तो कम होगा लेकिन इतना नहीं जितना गोबर की टाइल्स से होता है.

बाजार में साधारण टाइल्स की कीमत (Price of Tiles) अधिक होती है, लेकिन गोबर के टाइल्स की कीमत भी लोगों के बजट के मुताबिक होती है.

Cow Dung Tiles

ऐसे बनाएं घर में गोबर की टाइल्स

अगर आप अपने घर में ही गोबर की टाइल्स (Cow Dung Tiles) को बनाकर बेचना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी. जैसे कि -

  • गोबर का सूखा हुआ चुरा

  • नील गिरी के कुछ पत्ते

  • चूना पाउडर

  • लकड़ी का बुरादा

  • चंदन पाउडर

  • कमल के कुछ पत्ते

इन सभी की मदद से आप घर में गोबर की टाइल्स का निर्माण सरलता से कर पाएंगे.

गोबर की टाइल्स बनाने की विधि

  • ऊपर बताएं गए सामान को लेने के बाद आपको गाय के गोबर को अच्छे से सूखने के लिए छोड़ देना है.

  • फिर सूखे गोबर को मशीन की मदद से या फिर अपने किसी भी तरीके से उसका चूरा कर लें.

  • इसके बाद आपको इस चूरे में ऊपर की सभी सामग्री को अच्छे से मिलाना है.

  • फिर आपको इसे टाइल्स बनाने वाले बॉक्स में रखना है और फिर क्या आप इस तरह से कई टाइलों को बना सकते हैं.

लागत व कमाई

इस बिजनेस को शुरु करने के लिए आपको गोबर से टाइल बनाने की मशीन (Cow Dung Tile Making Machine) को खरीदना होगा जिसके लिए आपको लगभग 1 लाख रुपए तक खर्च करने होंगे. इसमें एक बार निवेश करने के बाद आप इसे फिर हर महीने करीब 50 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर पाएंगे.

Cow Dung Tile Making Machine

वहीं साधारण टाइल बनाने के लिए आपको लाखों का खर्चा करना पड़ता है और इसके लिए आपको अधिक परेशानी का भी सामना करना पड़ता है. कई बार तो यह भी देखा गया है कि सामान्य टाइल की तुलना में लोगों गोबर से बनी टाइल्स की कीमत (Cost of Cow Dung Tiles) अधिक देने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन मिट्टी व पथर से बनी टाइल के दाम में अधिक मुनाफा नहीं मिलता है.

English Summary: Cow dung tiles are much better than clay and stone, know the specialty
Published on: 19 June 2023, 12:48 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now