बढ़ती बेरोजगारी सभी के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. ख़ास कर युवाओं की बात करें, तो बेरोजगारी उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गई है. ऐसे में जरुरी नहीं है कि आप सरकारी नौकरी और बड़ी कंपनियों में ही काम करें.
अगर आप मेहनती और लगनशील हैं, तो रोजगार के कई अवसर आपके सामने हैं, इसलिए आज हम आपको बताएँगे ग्रामीण इलाकों में किस तरह के रोजगार को शुरू करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
पोल्ट्री फार्म (Poultry farm)
पोल्ट्री फार्म रोजगार के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए ना तो ज़्यादा पैसे की जरूरत होती है और ना ही ज़्यादा ज़मीन यानी इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) की. इस व्यवसाय से मात्र कुछ हफ़्तों के लिए छोटे मुर्गों-मुर्गियों को पालन है. जिसके बाद उन्हें बाज़ार में या थोक विक्रेताओं को बेच कर जबरदस्त मुनाफा कमाया जा सकता है. पोल्ट्री फार्म में मांस के साथ-साथ अंडे भी बेचे जा सकते हैं.
पेयजल की डोर-टू-डोर सर्विस (Door-to-door service of drinking water)
शहर के साथ-साथ गाँव और कस्बों में भी शुद्ध पानी की किल्लत बढ़ने लगी है. ऐसे में डब्बे वाला पानी घर-घर पहुंचना एक बेहतर रोजगार (Employment) बनता नजर आ रहा है. घर-घर शुद्ध पानी पहुंचाने की यह सुविधा पर प्रति जार चार्ज किया जाता है. यह कम लागत में आपको दोगुना से भी अधिक मुनाफा (Profit) दिला सकता है.
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स और मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान (Electronics Items & Mobile Repairing Shop)
बढ़ती तकनीक और स्मार्ट फोंस (Smart Phones) का प्रभाव ग्रामीण इलाकों में भी अपना पैर पूरी तरह से पसार लिया है. ऐसे में गाँवों के निवासी टेक्नोलॉजी (Technology ) और संचार का अधिक से अधिक उपयोग कर रहे हैं, इसलिए ग्रामीण इलाकों (Rural Areas) और गाँव में भी इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर खोलना एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
दूध केंद्र (Milk center)
ग्रामीण इलाकों से शहरी क्षेत्र या डेयरी फार्मों को दूध बेचा जाता है. ऐसे में दूध केंद्र शुरू कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले व्यक्ति को डेयरी फार्म से अच्छा सम्बन्ध बनाना होगा. दूध केंद्रों को एक व्यवसाय शुरू करने के लिए कुछ उपकरणों की आवश्यकता होती है, जिसमें वज़न मशीन, बिलिंग सॉफ्टवेयर आदि शामिल हैं. यह काफी सस्ती और सहोलियत से मिलने वाले उपकरण हैं. यह व्यवसाय भी ग्रामीणों के लिए काफी मुनाफ़ेदार साबित हो सकता है.
उर्वरक और बीज भंडार (Fertilizer and seed stores)
गांवों में किसान की निर्भरता सबसे अधिक खेती-बाड़ी और अन्य कृषि कार्यों पर होती है. ऐसे में फसल की गुणवत्ता और उपज दोनों अच्छी हो, उसके लिए उपयुक मेहनत भी करते हैं.
ग्रामीणों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी फसल अच्छी तरह से सिंचित हो और आगे अच्छे दामों पर बिके. जिसके लिए वो आमतौर पर अच्छी खाद और बीज पर निर्भर होते हैं. ऐसे में उर्वरकों और बीजों का स्टोर खोलने का व्यवसाय बहुत अधिक रुचि वाला हो सकता है. इस व्यवसाय में बहुत अधिक निवेश की आवश्यकता नहीं होती है.
डायग्नोस्टिक सेंटर (Diagnostic Center)
शहरों से लेकर गाँवों तक में रहने वालों को अच्छी मेडिकल सुविधा की बहुत आवश्यकता होती है. हालाँकि, गाँवों में डिस्पेंसरियों की मदद से सरकार द्वारा बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.
लेकिन फिर भी हमेशा एक विशेष मेडिकल केंद्र की आवश्यकता होती है, जो स्थानीय स्तर पर कम शुल्क पर उपचार प्रदान कर सके. डायग्नोस्टिक सेंटर खोलने के लिए ज़्यादा निवेश की ज़रूरत नहीं होती है.