दूध हमेशा से एक स्वस्थ पेय रहा है, क्योंकि इसमें कई ऐसे पोषक तत्वों पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत लाभदायी होते हैं. दूध का सेवन हर घर में किया जाता है. ऐसे में हर साल भारत में 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन (Dr. Verghese Kurien) के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इन्हें भारत के मिल्कमैन के रूप में भी जाना जाता है.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का इतिहास (History of National Milk Day)
भारत में दुग्ध दिवस पहली बार 26 नवम्बर 2014 को मनाया गया था. ये दिन डॉ. वर्गीज कुरियन के सम्मान में मनाया जाता है जिनको भारत में श्वेत क्रांति का जनक माना जाता है. डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्म 26 नवंबर को हुआ था जिसकी वजह से इस दिन को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने की शुरुआत साल 2001 में की गयी थी.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी), भारतीय डेयरी संघ (आईडीए) सहित देश के सभी डेयरी प्रमुखों ने 22 राज्य स्तरीय दूध संघों के साथ दिन तय किया था. आइए इस दुग्ध दिवस के उपलक्ष्य में हम अपने इस लेख में दूध पीने के फायदे के बारे में बताते है.
दूध पीने के फायदे (Benefits Of Drinking Milk)
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दूध पीने से शरीर की हड्डियाँ मजबूत होती है.
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दूध का सेवन तनाव को दूर करने में मदद करता है.
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हमारी मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है.
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पर्याप्त मत्रा में दूध पीने से त्वचा चमकती है.
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दूध पीने से बालों का झड़ना कम होता है.
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दूध में चर्बी कम करने वाला एंटी-ओबेसिटी गुण पाया जाता है, जिससे शरीर का वजन कम होता है.
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दूध के नियमित सेवन से इस्केमिक हृदय रोग और इस्केमिक स्ट्रोक (ब्लड क्लोट होने की वजह से आने वाला स्ट्रोक) का जोखिम कम होता होता है.
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दूध में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम व पेप्टाइड्स शरीर में ग्लूकोज टोलरेंस और इंसुलिन सेंसटिविटी को संतुलित करते हैं. इस वजह से शरीर में मधुमेह का खतरा कम रहता है.