आजकल लोगों को कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है. कुछ बीमारियों का इलाज आसानी से हो जाता है, लेकिन कुछ बीमारी ऐसी होती हैं, जिसमें इंसान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लकवा (Paralysis) भी एक ऐसी ही बीमारी है. अक्सर आपने देखा होगा कि अचानक कई लोगों के हाथ पैर टेढ़े हो जाते है, साथ ही शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं. इस बीमारी को ही लकवा कहा जाता है, जिसमें इंसान को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसको आयुर्वेद में पक्षाघात रोग भी कहते हैं.
क्या है लकवा बीमारी? (What is paralysis disease)
इस बीमारी में शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं, तो वहीं अधिकतर बांए पैर या बाएं हाथ काम नहीं करता है. इस बीमारी का दिमाग तक पहुंचना भी बहुत हानिकारक होता है. इसकी वजह से शरीर के अंगों में टेढ़ापन आ जाता है, साथ ही कुछ याद रखने की शक्ति भी खत्म हो जाती है. यह बीमारी इंसान को असहाय बना देती है, जिससे वह हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहता है. आजकल इस बीमारी का इलाज कई तरह के तकनीक द्वारा किया जा रहा है. मगर आज हम आपको आयुर्वेद की मदद से लकवा के प्रभाव को कम करने का तरीका बताने जा रहे हैं.
दूध और छुहारा- लकवा रोगी को रोजाना दूध में छुहारे भिगोकर देते रहना चाहिए. इससे लकवा ठीक होने लगता है. इन दोनों का मिश्रण रोगी के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होता है.
उड़द दाल और सोंठ का पानी- अगर आपको लकवा की बीमारी का इलाज घरेलू उपचार से करना चाहते है, तो उड़द दाल और सोंठ के पानी को हल्की आंच पर गर्म करें. यह मिश्रण रोगी को रोजाना पिलाएं. इससे काफी राहत मिलती है.
इन रसों का सेवन- आप लकवा रोगी को नाशपाती, सेब और अंगूर का रस बराबर मात्रा में एक ग्लिास में मिला दें. रोजाना इसका सेवन करने से जल्द ही फायदा मिलता है.
काली मिर्च और घी का लेप- आयुर्वेद में बताया गया है कि अगर काली मिर्च और घी के लेप से लकवाग्रसित अंगों की मालिश की जाए, तो इससे जल्द ही फायदा मिल सकता है.
करेला है फायदेमंद- लकवा रोगी को करेले की सब्जी या करेले का रस रोजाना देना चाहिए. इससे लकवा से प्रभावित अंगों में जल्दी सुधार होता है. ध्यान दें कि इसका सेवन रोजाना करना है.
प्याज का सेवन- अगर लकवा की बीमारी को जल्द ठीक करना है, तो प्याज का सेवन करते रहना चाहिए. या फिर प्याज का रस पीना चाहिए. इससे लकवा रोगी ठीक हो सकता है.
लहसुन और मक्खन का सेवन- अगर लकवा रोगी को लहसुन को पीसकर उसमें मक्खन मिलाकर दिया जाए, तो इससे यह बीमारी जल्द ठीक हो सकती है.
तुलसी और दही का मिश्रण- लकवा की समस्या से छुटकारा पाने के लिए तुलसी के पत्तों को दही और सेंधा नमक के साथ अच्छी तरह मिला लें. इसका लेप लकवा वाले अंगों पर लगाने से राहत मिलती है.
गर्म पानी और तुलसी- सबसे पहले पानी में तुलसी के पत्तों को डालकर उबा लें और इसका भाप लकवा ग्रस्ति अंगों को दें. इससे जल्द ही बीमारी ठीक हो सकती है.