आम एक ऐसा फल है, जिसे शायद ही कोई पसंद नहीं करता होगा. इसका नाम सुनते ही सभी के मुंह में पानी आने लगता है. यह शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है. इसमें विटामिन ए, सी और डी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. आम का सीजन शुरू हो चुका है. बाजारों में यह बिकने भी लगे हैं. वैसे तो आम की कई वेराइटीज हैं लेकिन उसमें भी सबसे खास हिमसागर को माना जाता है. इसका उत्पादन मुख्य तौर पर पश्चिम बंगाल में होता है. हिमसागर बाकी आमों की तुलना में ज्यादा मीठा व स्वादिष्ट होता है. इसका उपयोग एक लोकप्रिय मिठाई बनाने में भी किया जाता है. आइए जानते हैं, कैसे कर सकते हैं इस आम की पहचान और किस मिठाई को बनाने में होता है इसका इस्तेमाल.
अंडाकार होता है आकार
अगर आम के सबसे लोकप्रिय किस्मों की बात होती है तो हिमसागर का नाम सबसे ऊपर आता है. बाजार में इसकी कीमत भी बाकी आमों की तुलना में अधिक होती है. यह मीठा, रसीला और बेहद सुगंधित भी होता है. वैसे तो इसको पहचानना बहुत मुश्किल है लेकिन कुछ चीजों से हिमसागर आम का पता लगाया जा सकता है. जैसे कि हिमसागर आम दिखने में बड़ा या छोटा नहीं होता है. इसका आकार मध्यम और अंडाकार होता है. इसके छिलके सुनहरे पीले रंग के होते हैं. वहीं, बाजारों में हिमसागर आम मई के अंत या जून में मिलते हैं.
यह भी पढ़ें- आम की उन्नत किस्में और उनकी विशेषताएं
कई और भी कामों में आता है यह आम
हिमसागर आम का इस्तेमाल मिठाई, स्मूदी और जूस आदि बनाने में किया जाता है. वहीं पश्चिम बंगाल में इससे 'आम सत्व' नाम की मिठाई बनाई जाती है. यह बंगाल की सबसे लोकप्रिय मिठाइयों में एक है. इसे आम के गूदे को चीनी और दूध में मिलाकर पकाया जाता है. इसके अलावा, हिमसागर आम का प्रयोग बंगाल में अन्य पकवानों को भी बनाने में किया जाता है. जैसे कि इसे लोग वहां चटनी, अचार, मिठाई और मैंगो शेक बनाने में भी इस्तेमाल करते हैं. बाजार में इसकी कीमत 120-150 रुपये प्रति किलोग्राम होती है. इसे केवल भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी पसंद किया जाता है. हिमसागर आम को पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश के कुछ जगहों पर भी उगाया जाता है. इस आम में एक अलग मिठास होती है. कई लोग इसकी तुलना शहद से करते हैं. इसका गूदा बहुत रसदार व मुलायम होता है.