खलनायक से लेकर प्यार करने वाले सख्त पिता जैसे किरदारों को बड़ी आसानी से सहज तरीके से निभा लेने वाले बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अमरीश पुरी का आज जन्मदिन है. अमरीश पुरी भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक थे. अमरीश पुरी का जन्म आज ही के दिन 22 जून 1932 को पंजाब राज्य के जालंधर में हुआ था. बेहतरीन आवाज के मालिक अमरीश को साल 1967 में उनकी पहली मराठी फिल्म 'शंततु कोर्ट चालू आहे' में उन्होंने काम किया. इस फिल्म में उन्होंने एक अंधे व्यक्ति का किरदार निभाया था. उसके बाद वर्ष 1971 में रेशमा और शेरा से उन्होंने हिंदी सिनेमा में कदम रखा है. 80 और 90 के दशक में अमरीश पुरी बॉलीवुड में बड़े बजट की लगभग सभी फिल्मों का अमह हिस्सा हुआ करते थे. उनकी बुलंद आवाज में विलेन का किरदार बेहतर तरीके से निखर आता था. अमरीश पुरी ने 12 जनवरी 2005 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. अपने पूरे करियर में उन्होंने 400 फिल्मों में काम किया. उनकी आखिरी फिल्म कच्ची सड़क थी जो कि उनके निधन के करीब डेढ़ साल बाद 2006 में रिलीज हुई थी.
गूगल ने बनाया डूडल
आज अमरीश पुरी के जन्मदिन के मौके पर गूगल ने डूडल बानकर उनको याद किया है. पुरी को याद करते हुए गूगल ने अपने पोस्ट में लिखा है कि अगर पहली बार में आपको कामयाबी नहीं मिलती है तो आपको बार-बार लगातार कोशिश करनी चाहिए. ऐसा हो सकता है कि आप अंत में अमरीश पुरी की तरह सफल हो जाए. जिन्हें बड़े पर्दे पर आने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था. आज का डूडल पुणे के एक गेस्ट आर्टिस्ट देबांशगू मलिक ने बनाया है. जो मशहूर अमरीश पुरी के जीवन और उनकी विरासत को सेलिब्रट कर रहा है.
दर्शकों को भाता था निगेटिव किरदार
अगर हम अमरीश पुरी के किरदार की बात करें तो दर्शकों को उनका निगेटिव किरदार काफी भाता था. दरअसल वह मिस्टर इंडिया, शहंशाह, करण-अर्जुन, दिलजले, विश्वात्मा, राम-लखन, तहलका, गदर, नायक, दामिनी जैसे फिल्मों में वह निगेटिव किरदार में थे. लेकिन खास बात यह है कि इन सभी फिल्मों को सुपरहिट और दर्शकों की पसंद बनाने में अमरीश पुरी का काफी बड़ा योगदान रहा है.